टाटा समूह के सुपरऐप टाटान्यू पर जल्द ही दो और ब्रांड- एयर इंडिया और विस्तारा आएंगे। यह ऐप 7 अप्रैल को शुरू होगा, जिस पर पहले ही 1-1.5 करोड़ विजिट हो चुकी हैं। टाटा न्यू का अब तक प्रायोगिक परीक्षण चल रहा था और केवल टाटा समूह के कर्मचारी ही ऐप और इसके फीचर इस्तेमाल कर सकते थे। पिछले महीने इस ऐप को टाटा समूह से इतर कर्मचारियों के लिए खोला गया था, लेकिन यह केवल आमंत्रण आधारित था। टाटा समूह का हर कर्मचारी इस ऐप को इस्तेमाल करने के लिए अपने जानकार पांच लोगों को आमंत्रित कर सकता था।
आम तौर पर विजिट का मतलब है कि उपयोगकर्ता गूगल प्ले स्टोर या ऐपल के ऐप स्टोर के जरिये किसी वेबसाइट पर कितनी बार आते हैं। इसमें ऐप को मिलने वाले सभी हिट शामिल होते हैं, जिसमें डाउनलोड को नहीं देखा जाता है। गूगल प्लेस्टोर पर इस ऐप के डाउनलोड होने का आंकड़ा एक लाख से अधिक और रिव्यू 4,000 से अधिक हैं। एक सूत्र ने नाम प्रकाशित नहीं करने का आग्रह करते हुए कहा, ‘1 से 1.5 करोड़ बड़ा आंकड़ा नजर नहीं आता है, लेकिन वे इसे बिना आंतरिक या बाहरी अभियानों के जरिये हासिल करने में सफल रहे हैं।’ इस बारे में टाटा डिजिटल को भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं मिला। इस समय टाटान्यू के प्लेटफॉर्म पर जो श्रेणियां हैं, उनमें इलेक्ट्रॉनिक्स, किराना, मनोरंजन, फैशन, यात्रा एवं आतिथ्य, लक्जरी, स्वास्थ्य एवं खाद्य एवं पेय शामिल हैं। इन सभी श्रेणियों से बिग बास्केट, क्रोमा, आईएचसीएल, एयर इंडिया, क्लिक, वेस्टसाइड, 1एमजी, क्यूमिन्स और स्टारबक्स जैसे ब्रांडों तक पहुंच मिलेगी। जो ब्रांड अभी टाटान्यू प्लेटफॉर्म से नहीं जुड़े हैं, उनमें तनिष्क और टाटा मोटर्स आदि शामिल हैं। बिजनेस स्टैंडर्ड ने पहले खबर दी थी कि टाटान्यू पहली बार बहु-श्रेणी लॉयल्टी कार्यक्रम शुरू करेगा। यह उन सभी श्रेणियों में काम करेगा, जो टाटान्यू के प्लेटफॉर्म पर मौजूद हैं। इन रिवॉर्ड को न्यूकॉइंस कहा जाता है। इनसे उपयोगकर्ता विभिन्न श्रेणियों के उत्पाद एवं सेवाएं खरीद सकते हैं। इसका मतलब है कि अगर आप कोई इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद खरीदते हैं और आपको पॉइंट मिलते हैं तो इन्हें आईएचसीएल के होटलों में ठहरने या 1एमजी से दवा खरीदने या बिगबास्केट से किराने का सामान खरीदने में भुनाया जा सकता है।
मीडिया खबरों के मुताबिक टाटा के उत्पादों का इस्तेमाल करने वाले कुल उपभोक्ताओं की संख्या 7 से 8 करोड़ हो सकती है। अब तक कोई भी अन्य ई-कॉमर्स कंपनी भारत में बहु-श्रेणी लॉयल्टी कार्यक्रम मुहैया कराने में सफल नहीं रही है। अगर टाटान्यू का लॉयल्टी कार्यक्रम सफल रहा तो यह भारतीय ई-कॉमर्स क्षेत्र का पहला ऐसा लॉयल्टी कार्यक्रम होगा।
