इंडियन रेलवे फाइनैंस कॉरपोरेशन (आईआरएफसी) के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी मनोज कुमार दुबे ने बुधवार को बताया कि यह कंपनी देशभर में मेट्रो परियोजनाओं को धन मुहैया कराने के अवसर तलाशेगी। आईआरएफसी भारतीय रेल का वित्तपोषण करने वाली यानी ऋण मुहैया करने वाली एकमात्र कंपनी है और इसे हाल में ही नवरत्न का दर्जा मिला है।
सरकार देश में बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को वित्तपोषण के जरिये तेजी से आगे बढ़ाने की तैयारी कर रही है। इसके कारण भारतीय रेलवे को लगातार तीसरे साल केंद्रीय बजट 2025-26 में किसी तरह के ऋण लेने की गुंजाइश नहीं दी गई है। लिहाजा रेलवे के लिए बाहरी स्रोतों से धन मुहैया कराने की जरूरत को पूरा करने के लिए ही बनी कंपनी आईआरएफसी अपना विस्तार रेलवे-संरेखित परियोजनाओं – जिसे भारतीय रेलवे के साथ ‘फॉरवर्ड या बैकवर्ड लिंकेज’ वाली परियोजनाएं कहा जाता है, तक करना चाह रही थी।
इस सिलसिले में आईआरएफसी ने आधारभूत ढांचे को ऋण मुहैया करने वाली सरकारी कंपनी आईआईएफसी के साथ 2022 में हस्ताक्षर किया था। अब सरकार ने कंपनी से मेट्रो परियोजनाओं को वित्त मुहैया कराने के लिए कहा है और कंपनी इस सिलसिले में सक्रिय रूप से योजना बना रही है। चेयरमैन व प्रबंध निदेशक ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि आईआरएफसी ने एनटीपीसी के लिए 20 बीओआरबी रैक के वास्ते 700 करोड़ रुपये की वित्त व्यवस्था की है।