दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि करीब पांच महीने में 5जी ढांचा पहले चरण में 387 जिलों में स्थापित किया जा चुका है और दिसंबर 2024 तक पूरे देश में यह सेवा शुरू हो जाएगी।
मंत्री ने मंगलवार को कहा कि 100,000 बेस ट्रांसरिसीवर सेंटर्स (बीटीएस) अब इन जिलों में चालू हैं, जो 200 जिलों को कवर करने के लक्ष्य की तुलना में बेहतर है।
बीटीएस को किसी मोबाइल नेटवर्क में फिक्स्ड रेडियो ट्रांसरिसीवर में लगाया जाता है। इन्हें अक्सर मोबाइल टावरों में फिट किया जाता है। सरकार ने शुरू में दूरसंचार कंपनियों से हर सप्ताह कम से कम 10,000 बीटीएस लगाने को कहा था।
वैश्विक दिलचस्पी
मंत्री ने कहा कि करीब 18 अन्य देशों ने भी भारत में विकसित 4जी और 5जी स्टैक को क्रियान्वित करने में दिलचस्पी दिखाई है। 13 विदेशी दूरसंचार कंपनियों ने भी भारतीय टेलीकॉम स्टैक में दिलचस्पी दिखाई है।
सरकार अन्य देशों को मेड-इन-इन इंडिया 4जी और 5जी उपकरण तथा अन्य संबद्ध तकनीक मुहैया कराने को इच्छुक है और डिजिटल अर्थव्यवस्था पर अपनी जी-20 चर्चाओं के तहत इस योजना को प्रदर्शित कर रही है।
केंद्र सरकार भारत को वैश्विक दूरसंचार के नक्शे पर मजबूती से पेश करने के लिए टेलीकॉम स्टैक पर ध्यान बढ़ाना चाहेगी और ज्यादा निवेश आकर्षित करेगी। एक साथ 1 करोड़ कॉल सफल बनाने के लिए स्टैक की सफलतापूर्वक टेस्टिंग की गई है।
मौजूदा समय में सिर्फ पांच अन्य देशों – अमेरिका, स्वीडन, फिनलैंड, दक्षिण कोरिया, और चीन में ही इस तरह के अत्याधुनिक 4जी और 5जी स्टैक्स हैं।
मोबाइल निर्यात
मंत्री ने कहा कि भारत से मोबाइल निर्यात इस साल 10 अरब डॉलर के पार पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार निर्माण क्षेत्र में अगले वर्ष शानदार वृद्धि दर्ज किए जाने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के स्वदेशी 4जी-5जी नेटवर्क को स्थापित किए जाने में विलंब नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि यह एक जटिल प्रक्रिया है।