डॉलर के मुकाबले रुपया आज दिन में मजबूत होकर 83.76 प्रति डॉलर पर पहुंच गया था जो इसका सात माह का उच्च स्तर है। मगर भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा डॉलर की खरीदारी करने से रुपये ने अपनी शुरुआती बढ़त गंवा दी। डीलरों ने कहा कि केंद्रीय बैंक ने 3 अरब डॉलर की लिवाली की। रुपया 17 अक्टूबर, 2024 के बाद पहली 84 के स्तर से नीचे आया है। हालांकि कारोबार की समाप्ति पर यह अपनी सारी बढ़त गंवा कर 84.55 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। गुरुवार को रुपया 84.49 पर बंद हुआ था।
बाजार के एक भागीदार ने कहा, ‘निवेश प्रवाह से सुबह के कारोबार में रुपया मजबूत होकर 84 से नीचे आ गया। लेकिन बाद में आरबीआई द्वारा मुद्रा बाजार में करीब 3 अरब डॉलर का हस्तक्षेप करने से रुपये पर दबाव बढ़ गया। ’ इस बीच नए 10 वर्षीय सरकारी बॉन्ड की यील्ड 6.33 फीसदी रही। बेंचमार्क 10 वर्षीय सरकारी बॉन्ड की यील्ड 6.36 फीसदी रही। इस साल डॉलर के मुकाबले रुपया 1.26 फीसदी मजबूत हुआ है जबकि चालू वित्त वर्ष में अभी तक इसमें 1.09 फीसदी का सुधार हुआ है।
आईएफए ग्लोबल के संस्थापक और सीईओ (इंडिया फॉरेक्स ऐसेट मैनेजमेंट) अभिषेक गोयनका ने कहा, ‘शेयर बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों के प्रवाह और डॉलर इंडेक्स में नरमी से हाल के दिनों में डॉलर के मुकाबले रुपये में अच्छी तेजी आई है।’
फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के कार्यकारी निदेशक और ट्रेजरी प्रमुख अनिल कुमार भंसाली ने कहा, ‘विदेशी मुद्रा भंडार लगभग 2 अरब डॉलर बढ़कर 688.13 अरब डॉलर हो गया। आरबीआई ने मुद्रा बाजार से डॉलर खरीदे हैं, जिससे मुद्रा भंडार अभी तक के उच्चतम स्तर 705 अरब डॉलर के करीब पहुंच जाएगा।’
बाजार के भागीदारों ने कहा कि केंद्रीय बैंक अपने भंडार को फिर से भरने के लिए मुद्रा बाजार में बना रह सकता है। देश का मुद्रा भंडार 25 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 1.98 अरब डॉलर बढ़कर 688.13 अरब डॉलर हो गया।