चावल की चमक से आसियान व्यापार सम्मेलन चकाचौंध

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 06, 2022 | 9:01 PM IST

आसियान देशों के व्यापार मंत्रियों का सम्मेलन शुक्रवार से इंडोनेशिया के बाली शहर में शुरू हो रहा है।


इस सम्मेलन में दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के व्यापार मंत्री अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश के 77 करोड़ डॉलर के खाद्य पैकेज के संदर्भ में चर्चा करेंगे कि चावल की बढ़ती कीमत को किस तरह लिया जाए।


शुक्रवार से 10 दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के समूह आसियान के वाणिज्य मंत्रियों का सम्मेलन खुबसूरत प्रायद्वीपीय शहर बाली में शुरू हो रहा है। यहां न केवल चावल की बढ़ी कीमत से निपटने के उपायों पर चर्चा होगी बल्कि लंबे समय से लंबित पड़े विश्व व्यापार से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी। इस बीच दुनिया के सबसे बड़े चावल आयातक फिलीपींस के एक अधिकारी ने बताया कि उनके वाणिज्य मंत्री चावल की बढ़ी कीमत के मुद्दे को इस बैठक में उठाएंगे।


मालूम हो कि फिलीपींस अपनी चावल की कुल जरूरत का 10 फीसदी आयात करता है। वैसे इस साल चावल के घटे उत्पादन से सतर्क इस देश ने अब तक 17 लाख टन चावल का आयात कर लिया है। विश्व के आधे से अधिक  देशों के मुख्य भोजन चावल की कीमत में इस साल 24 अप्रैल तक 18 फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है।


दुनिया के सबसे बड़े चावल निर्यातक थाईलैंड ने तो इस 30 अप्रैल को चावल के बेंचमार्क मूल्य में पिछले सितंबर के बाद पहली बार कटौती की है। एशिया के बाजारों में भी इस साल चावल की कीमत में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। शिकागो व्यापार बोर्ड में तो चावल की कीमत 80 फीसदी से ज्यादा बढ़ चुकी है।


बहरहाल, अमेरिकी राष्टपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश ने गुरुवार को खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमत से परेशानहाल गरीब देशों में किसी प्रकार की अशांति फैलने से रोकने में हरसंभव मदद देने का वादा किया है। उसने कहा कि 77 करोड़ डॉलर के नए अंतरराष्ट्रीय खाद्य पैकेज के साथ हम दुनिया को स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं कि भूख के खिलाफ अगले कई सालों तक चलने वाले संघर्ष में अमेरिका गरीब राष्टों की मदद करेगा।


बुश के मुताबिक, यह खाद्य संकट गरीब विकासशील देशों को अपनी चपेट में न ले, इसके लिए वह इस संकट के खिलाफ संघर्ष में उनका नेतृत्व करेगा। मलेशिया के वाणिज्य मंत्री एम. यासीन ने भी कहा कि वह बाली सम्मेलन के शीर्ष एजेंडे में खाद्य सुरक्षा जैसे गंभीर मसले को शामिल कराने की पुरजोर कोशिश करेंगे।


चावल सम्मेलन


दुनिया का सबसे बड़ा चावल निर्यातक थाईलैंड भी बाली में आयोजित आसियान देशों के वाणिज्य मंत्रियों के इस सम्मेलन में भाग ले रहा है। उसके प्रतिनिधिमंडल में शामिल एक अधिकारी के अनुसार, बैठक में निर्यातकों के पक्ष को भी सुना जाना चाहिए। उसके अनुसार, उर्वरक समेत लगभग सभी चीजों की कीमतें ऊपर चढ़ चुकी हैं। जाहिर है उत्पादकों का उत्पादन खर्च बढ़ चुका है। 


इस बीच, भारतीय वाणिज्य मंत्री कमलनाथ ने बयान दिया है कि भारत, थाईलैंड और वियतनाम जैसे चावल के निर्यातकों को इस मामले में मुख्य भूमिका निभानी चाहिए। इन देशों को चाहिए कि वह बेहिचक बैंकाक में हो रहे चावल सम्मेलन(राइस सम्मिट) का समर्थन करें।


बाली में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के एक अधिकारी ने कुबूल किया कि नई दिल्ली ने यह सुझाव दिया है। पर संदेह है कि इस विचार को इस सम्मेलन में उठाया जाएगा। नाम न बताने की शर्त पर थाईलैंड के एक अधिकारी ने बताया कि चावल की कीमत में आगे भी बढ़ोतरी हो सकती है। साथ ही उसने बताया कि चावल के आयात पर रोक लगाने की उसकी कोई कोई योजना नहीं है।

First Published : May 3, 2008 | 12:24 AM IST