facebookmetapixel
Stock Market Today: GIFT Nifty में गिरावट, एशियाई बाजार भी लाल; HCLTech Q2 और Tata Capital IPO पर नजरStocks To Watch Today: Tata Capital, Dmart, Waaree Renewable समेत आज कई दिग्गज शेयरों में रहेगी चर्चासोना कॉमस्टार ने दुर्लभ खनिज मैग्नेट की गुणवत्ता पर जताई चिंताअदाणी डिफेंस ऐंड एयरोस्पेस ने किया एमटीएआर टेक्नॉलजीज संग करारMSME पर ट्रंप टैरिफ का असर: वित्त मंत्रालय बैंकों के साथ करेगा समीक्षा, लोन की जरूरतों का भी होगा आकलनवैश्विक बोर्डरूम की नजर भारत पर, ऊंची हैं उम्मीदें : डीएचएल एक्सप्रेसTesla और VinFast की धीमी शुरुआत, सितंबर में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में हिस्सेदारी 1% से भी कमकंपनियां दीवाली पर कर्मचारियों और ग्राहकों को स्वादिष्ट और उपयोगी उपहार देने में दिखा रहीं बढ़त!किर्लोस्कर का औद्योगिक सुधार पर दांव, अरबों डॉलर की राजस्व वृद्धि पर नजरLokah Chapter 1: Chandra ने ₹30 करोड़ बजट में ₹300 करोड़ की कमाई की, दुनिया भर में रिकॉर्ड तोड़ा

पाक नहीं जाएगा कश्मीरी सेब

Last Updated- December 07, 2022 | 10:40 PM IST

हिन्दुस्तान के कश्मीर से पाकिस्तान के कश्मीर तक शुरू हो रहे व्यापार में सेब को शामिल नहीं करने से उत्पादक एवं कारोबारी दोनों ने ही चैन की सांस ली है। दोनों ही मुल्कों के बीच यह कारोबार 1 अक्तूबर से शुरू हो रहा है। आजादपुर मंडी में कश्मीरी सेब के कारोबारियों के मुताबिक सेब का व्यापार नहीं होने से हिन्दुस्तान के लोगों के सामने सेब की कमी नहीं होगी। देश में सेब की कुल खपत के 70 फीसदी भाग की पूर्ति कश्मीर से होती है। बाकी 30 फीसदी सेब की आवक हिमाचल प्रदेश होती है। जाहिर बात है पाकिस्तान में कश्मीरी सेब की आवक शुरू होने से भारत में सेब की कीमत हमेशा के लिए अधिक हो जाती। कश्मीरी सेब विक्रेता संघ के प्रमुख आरएस कृपलानी कहते हैं, ‘सिर्फ कारोबारी को ही नहीं सेब उत्पादकों को भी चैन मिला है। वैसे भी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में अमेरिका व कोलंबो से सेब की आवक होती है। जिसकी गुणवत्ता कश्मीरी सेब के मुकाबले काफी उम्दा है। और उनके साथ भारतीय सेब को प्रतिस्पर्धा करना आसान नहीं होता।कश्मीरी सेब उत्पादक मोहम्मद रहमान ने बताया कि मुजफ्फराबाद या पीओके का बाजार उनके लिए नया होता। ऐसे में उनके उत्पाद को लेकर उन बाजारों में क्या प्रतिक्रिया होती, इसका आकलन नहीं किया जा सकता था। जबकि भारत में उनका निर्धारित बाजार है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में उन्हें वहां के नियम के मुताबिक व्यापार करना पड़ता जिससे कि वे वाकिफ नहीं है। हालांकि पिछले महीने घाटी में हिंसा के दौरान सेब उत्पादकों ने पाकिस्तान जाकर सेब बेचने की इच्छा जतायी थी।


दूसरी ओर सेब की आवक में लगातार हो रही बढ़ोतरी के कारण कीमत में रोजाना गिरावट जारी है। इन दिनों आजादपुर मंडी में रोजाना 600-625 गाड़ियों की आवक है और यह संख्या अगले महीने 650-675 तक हो सकती है।


दिल्ली में सेब की थोक कीमत 17-25 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गयी है तो पंजाब में 29 सितंबर को यह कीमत 10-30 रुपये प्रति किलोग्राम दर्ज की गयी। हरियाणा की मंडी में तो सेब की कीमत में पिछले साल के मुकाबले 7 फीसदी तक की कमी आयी है। यहां कीमत 16-18 रुपये प्रति किलोग्राम बतायी जा रही है।  


 

First Published - September 30, 2008 | 11:36 PM IST

संबंधित पोस्ट