इंटेल का एयरटेल और जियो से गठजोड़

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 11:42 PM IST

इंटेल इंडिया देश में 5जी नेटवर्क बनाने में मदद करने के लिए भारती एयरटेल और रिलायंस जियो से गठजोड़ कर रही है। इंटेल इंडिया के प्रबंध निदेशक और उपाध्यक्ष (बिक्री एवं विपणन और संचार समूह) प्रकाश माल्या ने कहा, ‘हम ओपन आरएएन (रेडियो एक्सेस नेटवर्क) और पूरे नेटवर्क में बदलाव पर एयरटेल के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हमने रिलायंस जियो के साथ 5जी, एआई और एज के लिए गठजोड़ किया है।’ इंटेल की जियो प्लेटफॉर्म लिमिटेड में थोड़ी हिस्सेदारी भी है।
माल्या कहते हैं कि इंटेल की ओपन स्टैंडर्ड पर आधारित 4जी नेटवर्कों को वर्चुअल बनाने में अहम भूमिका रही है। अब यह 5जी कोर (नेटवर्क के दिल) को वर्चुअल बनाने में जुटी हुई है और एक्सेस नेटवर्क में भी ऐसा ही करेगी। इसने कुछ शानदार उत्पाद बनाए हैं, जिनमें अच्छे प्रदर्शन वाले थर्ड जेनरेशन जियोन स्केलेबल प्रोसेसर भी शामिल हैं, जो दूरसंचार के लिए भी उपयुक्त हैं।  
दूरसंचार कंपनियों के लिए सिक्योरिटी समाधान और एआई क्षमताएं भी बहुत मायने रखती हैं, इसलिए इंटेल उन्हें ये सब भी मुहैया कराएगी। माल्या ने कहा कि कंपनी खुद को हार्डवेयर तक ही सीमित नहीं रखना चाहती, वह दूरसंचार कंपनियों के लिए मददगार सॉफ्टवेयर समाधान भी तैयार कर रही है। यह गठजोड़ बहुत अहम है क्योंकि रिलायंस जियो स्वेदशी एकल 5जी नेटवर्क बना रही है, जिसे वह दुनिया भर में बेचना चाहती है। जियो एरिक्सन और नोकिया जैसी मौजूदा दूरसंचार उपकरण विनिर्माताओं को टक्कर देगी। भारती एयरटेल ने भी ओपन आरएएन नेटवर्क बनाने के लिए टाटा के साथ गठजोड़ किया है और इसने अगले साल अप्रैल तक उसके परीक्षण की योजना बनाई है।
माल्या ने सेमीकंडक्टर स्वीपस्टेक्स में भारत की अहमियत को दोहराते हुए कहा कि भारत में सेमीकंडक्टर और फैबलेस कंपनियां हर साल करीब 2,000 चिप डिजाइन करती हैं। माल्या ने कहा, ‘कम से कम 90 फीसदी सेमीकंडक्टर कंपनियां भारत में डिजाइन तैयार करती हैं। देश में हर साल करीब 2,000 चिप डिजाइन की जा रही हैं, जिससे प्रतिभा और इस तथ्य का पता चलता है कि देश में पहले से इसका तंत्र मौजूद है। इंटेल के लिए भारत दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा डिजाइन केंद्र हैं और वे देश में बड़ी वैश्विक परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं।’

First Published : November 8, 2021 | 10:55 PM IST