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भारत करेगा 1.8 करोड़ टन चावल निर्यात, प्रतिबंधों के बावजूद ग्लोबल मार्केट में बनी रहेगी प्रमुख भूमिका: USDA

वैश्विक फसल का रिकॉर्ड उत्पादन मुख्य रूप से भारत, चीन, बांग्लादेश और इंडोनेशिया में उत्पादन बढ़ने की वजह से हो रहा है।

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संजीब मुखर्जी   
Last Updated- May 14, 2024 | 8:42 AM IST

प्रतिबंधों के बावजूद चावल के वैश्विक बाजार में भारत प्रमुख भूमिका में बना रहेगा। अमेरिका के कृषि विभाग (यूएसडीए) के हाल के अनुमान में कहा गया है कि 2024-25 में भारत करीब 1.8 करोड़ टन चावल का निर्यात करेगा, जबकि 2023-24 में करीब 2 करोड़ टन चावल का निर्यात हुआ था।

इसमें कहा गया है कि वैश्विक व्यापार में भारत के चावल निर्यात का अहम हिस्सा होगा, लेकिन यह भारत द्वारा वित्त वर्ष 2021-22 में किए गए रिकॉर्ड 2.2 करोड़ टन की तुलना में बहुत कम रहेगा।

चावल के वैश्विक बाजारों के बारे में यूएसडीए ने कहा है कि 2024-25 में आपूर्ति, व्यापार, खपत और अंतिम स्टॉक में बढ़ोतरी होगी। 52.76 करोड़ चन के रिकॉर्ड उत्पादन के आंकड़ों के साथ आपूर्ति साल दर साल बढ़ रही है।

वैश्विक फसल का रिकॉर्ड उत्पादन मुख्य रूप से भारत, चीन, बांग्लादेश और इंडोनेशिया में उत्पादन बढ़ने की वजह से हो रहा है।

वैश्विक खपत रिकॉर्ड 52.64 करोड़ टन रहने का अनुमान लगाया गया है, जिसमें सबसे ज्यादा चावल भारत, फिलीपींस, इंडोनेशिया और बांग्लादेश में खाया जाता है।

First Published : May 12, 2024 | 9:53 PM IST