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Gold: तेज डिमांड और रूस-यूक्रेन टेंशन के चलते दिखा सकता है जोरदार तेजी, Axis Securities ने बताया अगला टारगेट

रूस-यूक्रेन तनाव के बीच सोने की चमक लौटी, ₹3,600 से ₹3,800 तक जा सकता है भाव

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- June 03, 2025 | 12:45 PM IST

सोने की चमक एक बार फिर लौट आई है। एक्सिस सिक्योरिटीज़ की नई रिपोर्ट के मुताबिक, रूस-यूक्रेन तनाव के ताज़ा दौर ने एक बार फिर निवेशकों को “सेफ-हेवन” यानी सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने की ओर खींचा है। शुक्रवार को स्पॉट गोल्ड (सोने का हाजिर भाव) में करीब 2% की तेज़ी दर्ज की गई।

रूस पर ड्रोन हमला, तनाव गहराया

इस रैली की बड़ी वजह है यूक्रेन का कथित ड्रोन हमला, जिसमें 40 से ज़्यादा रूसी युद्धक विमान नष्ट होने की खबर है। अब बाजार को मॉस्को की तरफ से जवाबी कार्रवाई का डर है, जिससे ग्लोबल अस्थिरता और बढ़ गई है। इस तनाव का असर सीधे सोने पर पड़ा है क्योंकि जब भी वैश्विक अनिश्चितता बढ़ती है, निवेशक सोने को सुरक्षित विकल्प मानते हैं।

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टेक्निकल चार्ट में ब्रेकआउट, तेज़ी के संकेत

एक्सिस सिक्योरिटीज़ के मुताबिक, सोना अब तकनीकी रूप से भी तेज़ी की ओर बढ़ता नजर आ रहा है। लंदन में ट्रेडिंग खुलने से पहले ही सोना $3,330 के स्तर पर “सिमेट्रिकल ट्रायएंगल” पैटर्न को तोड़ चुका है, जो आने वाले समय में तेज़ी के मजबूत संकेत देता है।

इससे पहले फरवरी से अप्रैल तक दो महीने की तेज़ रैली के बाद सोना कुछ समय के लिए कंसोलिडेशन फेज़ में था। अब यह नया मूव उसी रैली का “कंटिन्यूएशन पैटर्न” माना जा रहा है।

कहां तक जा सकता है सोना?

रिपोर्ट के अनुसार, सोने के लिए पहला महत्वपूर्ण टारगेट $3,600 का है। इसके बाद दूसरा और भी बड़ा टारगेट $3,800 तक का हो सकता है। वहीं, अगर सोने की कीमतों में गिरावट आती है, तो $3,245 का स्तर एक अहम समर्थन का काम करेगा। यह स्तर खास इसलिए भी है क्योंकि यह “हेड एंड शोल्डर” पैटर्न के राइट शोल्डर का निचला बिंदु भी माना जाता है। इसलिए, इस सपोर्ट लेवल को तोड़ना कीमतों में और गिरावट का संकेत दे सकता है।

कब बिगड़ सकता है ट्रेंड?

अगर सोना $3,120 से नीचे चला जाता है (जो मई के मध्य का निचला स्तर है), तो यह बुलिश ट्रेंड पूरी तरह फेल हो जाएगा और सोने की तेज़ी पर ब्रेक लग सकता है।

First Published : June 3, 2025 | 12:45 PM IST