Edible oil import: चालू तेल वर्ष के दौरान वनस्पति तेलों (vegetable oil) के आयात में गिरावट देखने को मिल रही है। लेकिन त्योहारी मांग के कारण अगस्त महीने में इन तेलों के आयात में वृद्धि दर्ज की गई है। अगस्त महीने में चालू तेल वर्ष के किसी भी महीने की तुलना में सबसे अधिक वनस्पति तेल आयात हुआ है। इस बीच, सोयाबीन तेल के आयात में लगातार इजाफा हो रहा है, जबकि सूरजमुखी तेल का आयात घटा है।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SEA) के मुताबिक, तेल वर्ष 2024-25 (नवंबर से अक्टूबर) की नवंबर-अगस्त अवधि के दौरान 126.90 लाख टन वनस्पति तेलों (123.78 लाख खाद्य तेल और 3.12 लाख टन गैर खाद्य तेल) का आयात हुआ है, जो पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में 136.87 लाख टन वनस्पति तेलों (134.71 खाद्य तेल और 2.16 लाख टन गैर खाद्य तेल) के आयात से 7 फीसदी कम है।
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चालू तेल वर्ष के पहले 10 महीने के दौरान कुल वनस्पति तेलों का आयात भले घटा हो, लेकिन अगस्त महीने में त्योहारी मांग के कारण इसके आयात में इजाफा हुआ है। अगस्त में 16.77 लाख टन वनस्पति तेलों का आयात हुआ, जो पिछले साल अगस्त के आयात 15.63 लाख टन से 7 फीसदी ज्यादा है। साथ ही यह जुलाई के आयात 15.79 लाख टन से भी अधिक है और चालू तेल वर्ष के दौरान अब तक किसी भी महीने की तुलना में भी ज्यादा है।
वनस्पति तेलों के कुल आयात में गिरावट के बीच कच्चे सोयाबीन तेल के आयात में वृद्धि देखने को मिल रही है। एसईए के मुताबिक नवंबर-अगस्त अवधि के दौरान 38.90 लाख टन कच्चे सोयाबीन तेल का आयात हो चुका है, जो पिछले तेल वर्ष की इसी अवधि में 27.14 लाख टन से काफी अधिक है। हालांकि जुलाई की तुलना में अगस्त में आयात घटकर 3.67 लाख टन रह गया। जुलाई में यह आंकड़ा 4.92 लाख टन था।
कच्चे सूरजमुखी तेल का आयात जुलाई के 2 लाख टन के मुकाबले अगस्त में बढ़कर 2.57 लाख टन हो गया। लेकिन सालाना आधार पर इसमें गिरावट दर्ज की गई। चालू तेल वर्ष में अगस्त तक 23.49 लाख टन कच्चे सूरजमुखी तेल का आयात हुआ, पिछली समान अवधि में यह आंकड़ा 31.14 लाख टन था।
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आयात शुल्क बढ़ने से रिफाइंड तेलों के आयात में कमी आई है। एसईए के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2024-25 की नवंबर-अगस्त अवधि में 9.95 लाख टन रिफाइंड तेलों का आयात हो चुका है, जो पिछली समान अवधि में आयात हुए 16.10 लाख टन रिफाइंड तेलों से कम है। इस दौरान कच्चे तेलों का कुल आयात भी घटकर 113.82 लाख टन रह गया। पिछली समान अवधि में यह आंकड़ा 118.60 लाख टन था। हालांकि जुलाई की तुलना में अगस्त में रिफाइंड और कच्चे दोनों तेलों के आयात में इजाफा हुआ है। इस बीच, पाम तेलों का आयात पिछले तेल वर्ष की नवंबर-अगस्त अवधि में 76.42 लाख टन आयात की तुलना में इस तेल वर्ष की इसी अवधि में घटकर 61.31 लाख टन रह गया।