रूस और यूक्रेन में जारी सैन्य संघर्ष के बीच गुरुवार को कच्चा तेल 120 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया। रूस से तेल निर्यात में व्यवधान उत्पन्न होने से कच्चे तेल में यह उछाल आई है। अमेरिका में कच्चे तेेल का भंडार कम होकर पिछले कई वर्षों के निचले स्तर परे आने से भी दाम में इजाफा हुआ। इन तमाम कारणों की वजह से कच्चा तेल 119.84 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया जो 2012 के बाद से सर्वोच्च स्तर है। पिछले 30 दिनों के भीतर कच्चे तेल के दाम में करीब 37 प्रतिशत तेजी आई है। यूक्रेन पर हमले के बाद अमेरिकी की अगुआई में पश्चिम देशों ने रूस पर कई प्रतिबंध लगा दिए हैं और अब कारोबारियों को यह चिंता सताने लगी है कि आने वाले दिनों में रूस के तेल शोधन क्षेत्र को भी निशाना बनाया जा सकता है। सऊदी अरब की तरह रूस भी कच्चे तेल और परिष्कृत तेल का निर्यातक है। रूस रोजाना 70 लाख बैरल कच्चा तेल निर्यात करता है जिनमें आधा हिस्सा यूरोप जाता है। यूक्रेन पर हमला करने के कारण अमेरिका ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।