चीन और अमेरिका की सरकारों द्वारा राहत पैकेज दिए जाने की घोषणा के बाद विकास की रफ्तार बढ़ने और औद्योगिक जिंसों की मांग बढ़ने की उम्मीद के चलते मूल धातुओं की कीमतों में 7 प्रतिशत की तेजी आ सकती है।
उम्मीद की नई किरण उस समय निकली, जब अमेरिका के नए राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 900 अरब डॉलर के राहत पैकेज के पक्ष में बयान दिया। इससे उम्मीद की जा रही है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार आएगा।
उम्मीद की जा रही है कि सीनेट इस सप्ताह इस पैकेज का अनुमोदन करेगी। इसके साथ ही दुनिया में सबसे अधिक तांबे का प्रयोग करने वाले चीन ने भी दूसरे दौर के राहत पैकेज पर काम करना शुरू कर दिया है।
बीएनपी पारिबा के अनुमानों के मुताबिक चीन की आर्थिक योजना से तांबे की मांग में इस साल 6.2 प्रतिशत बढ़ोतरी होगी। इसके साथ अमेरिका की स्थिति में सुधार होने पर रेड मेटल की मांग में 4.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी।
मूल धातुओं के विश्लेषक नवनीत दामानी के मुताबिक उपभोक्ता वस्तुओं और इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे दो बड़े क्षेत्रों में सकारात्मक संकेत मिलने से लगता है कि मूल धातुओं की कीमतों में बढत होगी, क्योंकि इन क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर मूल धातुओं की खपत होती है।
एंजल ब्रोकिंग की साप्ताहिक जिंस समीक्षा के मुताबिक तांबे की फरवरी माह की डिलिवरी को एमसीएक्स में 168-169 रुपये के स्तर पर बढ़िया समर्थन मिल सकता है। और 163 के स्तर पर मजबूत समर्थन मिल सकता है। यह 12 प्रतिशत की बढ़त के साथ 172.85 रुपये प्रति किलो पर बंद हुआ था।
एलएमई में तांबे की कीमतें बढ़कर 3,800 डॉलर प्रति टन होने का अनुमान है, जबकि वर्तमान में इसकी दर 3545 डॉलर प्रति टन है। एंजल ब्रोकिंग्स का मानना है कि निचले स्तर पर 163 रुपये और 159 रुपये पर जा सकता है और अंत में 151 रुपये पर जा सकता है।
इसे 181-82 पर समर्थन मिल सकता है, जबकि 189 रुपये पर मजबूत समर्थन मिल सकता है। 189 रुपये के ऊपर खरीदारी होने पर यह उच्चतम की ओर जाएगा और 199 के स्तर के बाद अंत में 213 के स्तर पर आ सकता है। पिछले सप्ताह एलएमई तांबा में 14.32 प्रतिशत की उछाल आई थी।
यह 3545 डॉलर पर पहुंचा, जबकि एल्युमिनियम में 8.53 प्रतिशत की उछाल थी और सप्ताह के अंत में यह 1438 डॉलर पर बंद हुआ। जिंक और शीशा में मामूली बढ़त देखी गई। निकेल की कीमतें सीमित रहीं और यह 11656 डॉलर पर बंद हुआ।
न्यूयार्क मकर्टाइल एक्सचेंज के कोमेक्स डिवीजन में धातुओं में 11 प्रतिशत का उछाल रहा। इस अनुमान के चलते कि मंदी के बाद विनिर्माण क्षेत्र में गतिविधियां जोर पकड़ेंगी, मूल धातुओं की कीमतों में तेज बढ़त दर्ज की गई।
एमसीएक्स में फरवरी माह के लिए तांबा 157.05 रुपये पर खुला और बाद में इसमें कमी दर्ज की गई। लेकिन 153.15 रुपये के स्तर पर इसे बढ़िया समर्थन मिला। बाद में इसकी कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी हुई और यह 174.50 के उच्चतम स्तर पर चला गया। सप्ताह के अंत में यह बड़े मुनाफे के साथ बंद हुआ।
मजबूती
चीन की आर्थिक योजना से तांबे की मांग में 6.2 प्रतिशत बढ़ोतरी का अनुमान
पिछले सप्ताह भी मूल धातुओं में रहा तेजी का दौर