बुनियादी ढांचे को रफ्तार और वित्त पोषण के जरिये आर्थिक सुधार पर जोर देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में प्रधानमंत्री गति शक्ति के तहत सात इंजन सड़क, रेलवे, एयरपोर्ट, बंदरगाह, सार्वजनिक परिवहन, वाटरवेज और लॉजिस्टिक्स इन्फ्रा के विकास पर खर्च पर ध्यान किया है और गति शक्ति के तहत मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी के लिए 100 लाख करोड़ रुपये की योजना बनी है।
हालांकि सड़क क्षेत्र को इसमें सबसे बड़ा हिस्सा मिला है क्योंकि एनएचएआई में निवेश 2022-23 में दोगुने से ज्यादा कर 1.34 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है, जो 2021-22 के संशोधित अनुमान में 65,060 करोड़ रुपये था। 2021-22 के बजट अनुमान में एनएचएआई के लिए 57,030 करोड़ रुपये का बजट था। सड़कों के लिए आवंटन में बढ़ोतरी मुख्य रूप से 2022-23 मेंं एनएचएआई के लिए आवंटन में बढ़ोतरी के चलते है और गति शक्ति प्रोग्राम के तहत 25,000 किलोमीटर जोड़े जाएंगे। योजना के तहत इसके वित्त पोषण के लिए करीब 20,000 करोड़ रुपये नवोन्मेषी तरीके से जुटाए जाएंगे।
वित्त मंत्री ने कहा, सातों इंजन अर्थव्यवस्था को एक साथ मिलकर आगे ले जाएंगे। इन इंजनों को ऊर्जा पारेषण, आईटी कम्युनिकेशन, बल्क वॉटयर व सिवरेज और सोशल इन्फ्रास्ट्रक्चर की सहायक भूमिका से सहारा मिलेगा। साथ ही इसे केंद्र व राज्य सरकारों के अलावा निजी क्षेत्र के प्रयासों क्लीन एनर्जी व सबका प्रयास के जरिये शक्ति मिलेगी।
सातों इंजन में रेलवे को छोड़ दें तो किसी अन्य क्षेत्र के आवंटन में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है। रेलवे में पूंजीगत खर्च का आवंटन 14 फीसदी बढ़ाकर 2.45 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है। विमानन में केंद्र सरकार की योजनाओं में दोगुना बढ़ोतरी हुई है।
2020-21 में 13,327 किलोमीटर, 2019-20 में 10,237 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण हुआ, इस लिहाज से 2022-23 में इस मद में आवंटन बढ़ा है। वित्त वर्ष 2021-22 में सितंबर तक करीब 3,824 किलोमीटर सड़क बनाए गए। 2020-21 में रोजाना सड़क निर्माण 36.5 फीसदी बढ़ा, जो 2019-20 में 28 किलोमीटर था।
गति शक्ति प्रोग्राम में सड़कों, रेलवे, बंदरगाह, एयरपोर्ट, सार्वजनिक परिवहन, वाटरवेज और लॉजिस्टिक्स इन्फ्रा में इजाफा शामिल है।