GST 2.0 सुधार और नवरात्रि उत्सव के चलते सितंबर के आखिरी हफ्ते में यात्री वाहन (Passenger Vehicles) की रिटेल बिक्री में 5.8% की बढ़ोतरी हुई और यह बढ़कर 2,99,369 यूनिट्स पर पहुंच गई। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन्स (FADA) ने मंगलवार को वाहनों की बिक्री के आंकड़े जारी किये।
दूसरी तरफ, दो-पहिया वाहन, ट्रैक्टर, और कमर्शियल वाहन क्रमशः 6.5%, 3.6%, और 2.6% बढ़े, जबकि तीन-पहिया वाहन और कंस्ट्रकशन उपकरण में क्रमशः 7.2% और 19% की गिरावट दर्ज की गई। कुल मिलाकर, सितंबर 2025 में ऑटोमोबाइल रिटेल बिक्री पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 5.2% बढ़ी।
FADA के उपाध्यक्ष साई गिरिधर ने कहा, “पहली बार देशभर में डीलरशिप्स ने नवरात्रि के दौरान रिकॉर्ड ब्रेकिंग फुटफॉल और डिलीवरी देखी, कुल रिटेल बिक्री साल-दर-साल 34% बढ़ी। यह किसी भी उत्सव के दौरान ऐतिहासिक उच्च स्तर है।”
नवरात्रि के नौ दिनों में लगभग 1.15 मिलियन यूनिट्स बिकीं, जबकि पिछले साल यह संख्या 8,63,000 यूनिट्स थी। दो-पहिया वाहन 36%, कारें 35%, और कमर्शियल वाहन 15% की वृद्धि के साथ बिक्री में अग्रणी रहे।
साई गिरिधर ने कहा, “पहले तीन सप्ताह अपेक्षाकृत धीमे थे, क्योंकि ग्राहक GST 2.0 सुधार का इंतजार कर रहे थे। लेकिन अंतिम सप्ताह में नवरात्रि उत्सव और कम GST दरों के लागू होने से ग्राहक भावनाएँ पुनर्जीवित हुईं और अधिकतर वाहन श्रेणियों में डिलीवरी तेज हुई।”
आंकड़ों के मुताबिक, यात्री वाहन निर्माताओं में मारुति सुजुकी की बिक्री 7% बढ़कर 1,23,242 यूनिट्स, टाटा मोटर्स 26% बढ़कर 41,151 यूनिट्स, और महिंद्रा एंड महिंद्रा 5% बढ़कर 37,659 यूनिट्स रही। वहीं, ह्युंडई मोटर इंडिया की बिक्री में 8% की गिरावट दर्ज हुई और यह 35,812 यूनिट्स पर आ गई।
दो-पहिया वाहनों की बिक्री 1.29 मिलियन यूनिट्स रही, जबकि पिछले साल यह 1.21 मिलियन थी, यानी 6.5% की बढ़ोतरी। बाजार में अग्रणी हीरो मोटोकॉर्प की बिक्री 19% बढ़कर 3,23,268 यूनिट्स हुई। होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया की बिक्री घटकर 3,23,614 यूनिट्स रह गई, जबकि टीवीएस मोटर की बिक्री बढ़कर 2,46,064 यूनिट्स हुई।
FADA ने कहा कि 42-दिन के फेस्टिव सीजन, जिसमें GST 2.0 दरों में कटौती शामिल है, में खरीद क्षमता और भरोसा जबरदस्त तरीके से उछला है। साई गिरिधर ने कहा, “सामान्य से अधिक मॉनसून बारिश, मजबूत खरीफ फसल और स्थिर नीति दरों ने ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों की खरीद शक्ति को बढ़ावा दिया है। ये अनुकूल आर्थिक, जलवायु और नीति कारक इस धनतेरस और दीपावली को केवल प्रकाश का उत्सव नहीं, बल्कि पूरे भारत में नई मोबिलिटी आकांक्षाओं का उत्सव बना देंगे।”