बजाज ऑटो के प्रमुख इलेक्ट्रिक स्कूटर ब्रांड चेतक की शुरुआत के पांच साल बाद यह इलेक्ट्रिक दोपहिया अब अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही तक अंतरराष्ट्रीय बाजारों में दौड़ने वाला है। कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। इस बीच कंपनी इस ई-स्कूटर के लिए कई नए प्लेटफॉर्म और मॉडल तलाश रही है, जिनमें से एक मॉडल सामान की डिलिवरी वाला हो सकता है।
दोपहिया वाहन क्षेत्र की यह प्रमुख कंपनी दिसंबर में अब तक इलेक्ट्रिक स्कूटर बाजार की हिस्सेदारी में 26.6 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ शीर्ष स्थान हासिल कर चुकी है (‘वाहन’ के आंकड़ों के अनुसार)। कंपनी ने शुक्रवार को चेतक की 35-सीरीज पेश की जिसकी कीमत 1.2 लाख रुपये से 1.27 लाख रुपये (बेंगलूरु में एक्स-शोरूम) के बीच है।
दिलचस्प यह है कि बजाज ऑटो के प्रबंध निदेशक राजीव बजाज के पुत्र ऋषभ इसकी लॉन्चिंग के दौरान मंच पर मौजूद थे। वित्त वर्ष 22 में मैनेजमेंट ट्रेनी के तौर पर कंपनी में शामिल होने के बाद से यह उनकी पहली सार्वजनिक मौजूदगी थी। ऋषभ अब डिवीजनल मैनेजर (इलेक्ट्रिक वाहन डिवीजन में उत्पाद रणनीति) हैं। वह बजाज ऑटो के हाल के लॉन्चिंग कार्यक्रमों में नियमित रूप से शामिल होते रहे हैं।
एर वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वह परियोजना आधार पर काम कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कहना जल्दबाजी होगी कि शीर्ष प्रबंधन में किसी तरह का बदलाव शुरू हो चुका है। राजीव बजाज कारोबार से लगातार जुड़े हुए हैं तथा नियमित रूप से समीक्षा और जानकारी लेते रहते हैं। ऋषभ ईवी अनुभाग में एक परियोजना के संबंध में आपूर्ति-श्रृंखला, आरऐंडडी, मार्केटिंग टीमों आदि के साथ काम कर रहे हैं।
दिसंबर के पहले 20 दिनों में चेतक अब तक का सबसे ज्यादा बिकने वाला ई-स्कूटर रहा है। इसकी खुदरा बिक्री 12,651 (26.6 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी) रही है। इसने टीवीएस आईक्यूब (10,489 बिक्री और 22 प्रतिशत हिस्सेदारी) तथा ओला (9,151 बिक्री और 19.2 प्रतिशत हिस्सेदारी) को पीछे छोड़ दिया।
पिछले पांच सालों के दौरान चेतक के करीब 2,80,000 दोपहिया बिक चुके हैं। अब कंपनी इस साल घरेलू बिक्री में औसतन 25,000 गाड़ियां प्रति माह बेच रही हैं। बजाज ऑटो के कार्यकारी निदेशक राकेश शर्मा ने कहा कि वे अब हर महीने चेतक की करीब 40,000 गाड़ियां बना सकते हैं और अगले तीन महीने में इस संख्या को आसानी से बढ़ाकर 60,000 प्रति माह तक ले जा सकते हैं।
ई-बाइक पर हो रहा काम
कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने समयसीमा बताए बिना कहा कि बजाज ऑटो एक इलेक्ट्रिक मोटरसाइकल पर काम कर रही है। बजाज ऑटो के कार्यकारी निदेशक राकेश शर्मा ने कहा कि वे वास्तव में एक ई-बाइक पर काम कर रहे हैं, हालांकि उन्होंने और ज्यादा जानकारी नहीं दी। कंपनी इलेक्ट्रिक अनुभाग पर अब तक कुल मिलाकर 300 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है और ईवी अनुभाग मुनाफे में है। वास्तव में बजाज ऑटो के घरेलू राजस्व का 20 प्रतिशत हिस्सा अब ईवी अनुभाग से आ रहा है।
बजाज ऑटो की प्रतिस्पर्धी रॉयल एनफील्ड ने नवंबर में अपनी आगामी ई-मोटरसाइकल – फ्लाइंग फ्ली सी6 और एस6 का अनावरण किया था। खबरों में दावा किया गया है कि हीरो मोटोकॉर्प और उसकी अमेरिकी साझेदार जीरो मोटरसाइकल्स मझोले आकार की इलेक्ट्रिक मोटरसाइकल विकसित करने के अंतिम चरण में हैं।