बजट में वृहद राजकोषीय चुनौतियों के प्रबंधन पर जोर
व्यापक राजकोषीय दृष्टिकोण से वित्त वर्ष 2023-24 का बजट बेहतर माना जा सकता है। यह वर्ष 2016 में अरुण जेटली द्वारा पेश चर्चित बजट के बाद से अब तक का सबसे शानदार बजट है। बजट की घोषणाओं के क्रियान्वयन और वृहद राजकोषीय हालात के प्रबंधन में वित्त मंत्रालय कई बार कमजोर साबित हुआ है। वर्ष […]
परिवर्तन के बिना संभव नहीं कोई सार्थक सुधार
अमीर देशों में बहुपक्षीय विकास बैंकों में आवश्यक सुधारों के प्रति अनिच्छा का भाव दिखता है, तीन उभरती अर्थव्यवस्थाओं को मिलने जा रही जी-20 की अध्यक्षता से उम्मीद बंधी है। बता रहे हैं रथिन रॉय कोविड के बाद की दुनिया में जलवायु संकट और अमीर एवं गरीब देशों के बीच अप्रत्याशित रूप से बढ़ रही […]