बैंकिंग तंत्र के जरिये पिछले 15 साल में 101 करोड़ रुपये मूल्य की नकली भारतीय मुद्रा पकड़ी गई जिसमें 500 रुपये के नकली नोट सबसे जयादा पकड़े गये।
सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी के तहत रिजर्व बैंक ने कहा है कि वर्ष 1996 से लेकर 2012 तक कुल पांच लाख 21 हजार 155 नकली नोट पकड़े गये जिनका कुल मूल्य 101.91 करोड़ रुपये है।
बैंक ने कहा कि पकड़े गये जाली नोटों में सबसे ज्यादा 500 रुपये के नोट थे जिनका कुल मूल्य 64.40 करोड़ रुपये रहा जबकि 22 करोड़ रुपये मूल्य के 1,000 रुपये के ऐसे नोट पकड़े गये।
रिजर्व बैंक ने कहा कि अर्थव्यवस्था में कितने नकली नोट प्रचलन में है इसके बारे में उसके पास कोई अनुमान नहीं है, बैंक ने केवल उन्हीं नकली नोट का ब्यौरा दिया है जो पिछले 15 साल में पकड़े गये।
आरटीआई कार्यकर्ता सुभाष अग्रवाल द्वारा मांगी गई जानकारी के उत्तर में रिजर्व बैंक ने यह जरूर बताया कि इस साल 31 मार्च की स्थिति के अनुसार कितने के कितने नोट अर्थव्यवस्था में प्रचलन में थे। बैंक के अनुसार दो और पांच रुपये के 1,154 करोड़ नोट, दस रुपये के 2,300 करोड़ नोट, 20 रुपये के 351 करोड़, 50 रुपये के 348 करोड 80 लाख नोट, 100 रुपये के 1,411 करोड 90 लाख, 500 रुपये के 1,093 करोड 40 लाख और 1,000 रुपये के 477 करोड 40 लाख वास्तविक करेंसी नोट प्रचलन में हैं।
भाषा
नननन