अध्यक्ष वजाहत हबीबुल्ला और उसके चार अन्य सदस्य - के. एन. दारूवाला, अजायब सिंह, टी. एन. शानू और विनोद शर्मा की ओर से पारित एक प्रस्ताव में आयोग ने कहा कि बोधगया का महत्व सिर्फ भारत के बौद्धों के लिए नहीं है, बल्कि दुनिया भर के बौद्धों के लिए है।
प्रस्ताव में कहा गया है, चाहे उनकी आस्था कुछ भी हो, यह सभी भारतीयों के लिए पवित्रतम स्थलों में से एक है।
प्रस्ताव में कहा गया है कि वे प्रशासन से अपील करते हैं कि इस घटना के लिए जो भी जिम्मेदार हों उन्हें कम से कम समय में इंासफ के कठघरे में लाया जाय।
भाषा