घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर बेटे ने पुलिस नियंत्रण कक्ष को सूचना दी कि बदमाशों ने उसके माता-पिता की हत्या कर दी है। लेकिन मौके पर पहंुची पुलिस ने शक के आधार पर जब बेटे से सख्ती से पूता की तो उसने अपने माता-पिता की हत्या किया जाना स्वीकार कर लिया। पुलिस ने हमलावर आरोपी बेटे के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर आज जेल भेज दिया।
मेडिकल पुलिस के अनुसार शुक्रवार रात को हुई घटना में मारे जाने वालों के नाम डीपी सिंह :58: और ओमवती :56: हैं। मेडिकल थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर निवासी डीपी सिंह एक स्थानीय निजी स्कूल में रसायन शास्त्र विभाग के प्रमुख थे। उनकी पत्नी ओमवती किला परीक्षितगढ़ के राजकीय इंटर कॉलेज में प्रवक्ता थीं।
दोनो घर में अपने इकलौते बेटे विनय धामा :30:, उसकी पत्नी और चार साल के पोते के साथ रह रहे थे। बताया जाता है कि शुक्रवार रात को किसी बात को लेकर विनय धामा की अपने माता-पिता के साथ बहस हो गई और विनय धामा ने अपने माता-पिता की चाकुओं से गोद कर निर्ममतापूर्वक हत्या कर दी। घटना की रिपोर्ट मृतक दंपति की बेटी शालू ने अपने भाई विनय धामा के खिलाफ दर्ज कराई है।
पुलिस ने हमलावर आरोपी बेटे के साथ पूता के आधार पर बताया कि हमलावर नशेड़ी था और घटना के दिन :शुक्रवार रात को: वह अपने माता-पिता से पैसे मांग रहा था। पैसे देने से मना करने पर उसने पहले अपने पिता की चाकुओं से गोद कर हत्या की बाद में जब मां बचाने आईं तो उसकी भी हत्या कर दी।