टाटा मोटर्स (Tata Motos) वर्ष 2023-24 तक शुद्ध रूप से कर्ज मुक्त कंपनी (घरेलू कारोबार के मामले में) बनने की राह पर है और अगले वित्त वर्ष में जगुआर-लैंड रोवर (JLR) भी इसी राह पर होगी। विश्लेषकों ने यह अनुमान जताया है।
शुक्रवार को कंपनी ने टाटा टेक्नोलॉजिज में टीपीजी राइज क्लाइमेट फंड (नौ प्रतिशत) और रतन टाटा एंडोमेंट फाउंडेशन (0.9 प्रतिशत) को 1,613 करोड़ रुपये में 9.9 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की घोषणा की थी, जिसका मूल्यांकन 16,300 करोड़ रुपये आंका गया है।
यह कंपनी द्वारा परिसंपत्तियों की बिक्री के जरिये कर्ज चुकाने की योजना के तहत गैर-प्रमुख परिसंपत्तियों में हिस्सेदारी बेचने की रणनीति का हिस्सा है। विश्लेषकों ने कहा कि टीएमएल के पास टाटा टेक्नोलॉजीज में 76.69 प्रतिशत हिस्सेदारी है और हिस्सेदारी का अनुमानित मूल्यांकन 12,500 करोड़ रुपये है। हालांकि यह संपूर्ण योजना का एक छोटा-सा ही कदम है।
नुवामा रिसर्च के विश्लेषक रघुनंदन एनएल ने बताया कि मार्च 2025 तक लक्जरी वाहन क्षेत्र की इसकी सहायक कंपनी जेएलआर समेत टाटा मोटर्स का नकदी प्रवाह शुद्ध रूप बढ़ने लगेगा।
उन्हें उम्मीद है कि मार्च 2025 तक जेएलआर के बहीखातों में 15,000 करोड़ रुपये की शुद्ध नकदी होगी तथा टाटा मोटर्स के घरेलू कारोबार पर 13,000 करोड़ रुपये का शुद्ध कर्ज होगा। रघुनंदन ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि इससे उसे 2,000 करोड़ रुपये की शुद्ध नकदी मिलेगी।
विश्लेषकों का मानना है कि चूंकि देश में यात्री वाहन और वाणिज्यिक वाहन कारोबार अब भी निवेश की प्रक्रिया में है, इसलिए एकल आधार पर कुछ कर्ज होगा। ऋण में कमी की संचालक जेएलआर रहेगी, जो मुक्त नकदी प्रवाह उत्पन्न करेगी।
जून 2023 तक टीएमएल पर संयुक्त रूप से 41,700 करोड़ रुपये का ऋण था। इसमें से जेएलआर का ऋण स्तर 25,761 करोड़ रुपये और घरेलू कारोबार का ऋण 15,939 करोड़ रुपये था। रघुनंदन ने स्पष्ट किया कि इसमें टाटा मोटर्स फाइनैंस शामिल नहीं है।
बैंक ऑफ अमेरिका (बोफा) के विश्लेषकों ने अक्टूबर की एक रिपोर्ट में कहा था कि जेएलआर वित्त वर्ष 24 के अंत तक लगभग 1.8 अरब पाउंड से लेकर दो अरब पाउंड की शुद्ध ऋण कटौती का लक्ष्य हासिल करने की राह पर है। जेएलआर के मामले में वित्त वर्ष 24 की पहली छमाही का मुक्त नकदी प्रवाह लगभग 75 करोड़ पाउंड होने का अनुमान है। जेएलआर ने वित्त वर्ष 24 दूसरी तिमाही में 30 करोड़ पाउंड के मुक्त नकदी प्रवाह का अनुमान जताया है।
टाटा मोटर्स के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने अगस्त में कंपनी की सालाना आम बैठक (एजीएम) में कहा था कि शुद्ध ऋण की हमारे प्रयास में मुझे उम्मीद है कि टाटा मोटर्स का घरेलू कारोबार वित्त वर्ष 2024 में शुद्ध रूप से ऋण मुक्त हो जाएगा और अगले वर्ष जेएलआर भी।