टाटा कैपिटल (Tata Capital) प्रीमियम देसी फैशन ब्रांड रेयर रैबिट की करीब 13 फीसदी हिस्सेदारी 30 करोड़ डॉलर के मूल्यांकन पर खरीदने पर विचार कर रही है क्योंकि वह देश के धनी ग्राहकों पर दांव लगाना चाहती है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
टाटा कैपिटल, 144 अरब डॉलर वाले टाटा समूह की वित्तीय सेवा इकाई है और रेयर रैबिट में निवेश की उसकी दिलचस्पी ऐसे समय में देखने को मिल रही है जब उसकी प्रतिस्पर्धी मसलन रिलायंस भी प्रीमियम फैशन की पेशकश की ओर आकर्षित हो रही है।
सूत्रों ने कहा कि टाटा ने रेयर रैबिट के साथ बातचीत की है और इस फैशन ब्रांड में 4 करोड़ डॉलर तक निवेश की खातिर टर्म शीट जारी करने के बाद ड्यू डिलिजेंस कर रही है। यह ब्रांड पुरुषों के शर्ट व अन्य परिधान बेचती है।
रेयर रैबिट के संस्थापक मनीष पोद्दार और टाटा कैपिटल ने इस संबंध में टिप्पणी करने से मना कर दिया। रेयर रैबिट की शुरुआत साल 2015 में भारतीय परिवार की तरफ से संचालित कंपनी राधामनी टेक्सटाइल्स ने की थी और वह शर्ट, जींस, जैकेट आदि की बिक्री 20 डॉलर की निचली कीमत से लेकर 80 डॉलर के उच्च कीमत वाले ज्यादातर धनी भारतीयों के रेंज में करती रही है। कंपनी अपने उत्पाद ऑनलाइन बेचती है और देश भर में उसके 90 रिटेल आउटलेट हैं।
भारत के फैशन व क्लॉदिंग सेक्टर ने हाल के वर्षों में बड़े भारतीय व विदेशी ब्रांडों का ध्यान खींचा है और इनमें टॉमी हिलफिगर से लेकर जापान की यूनिक्लो शामिल है।
रिलायंस और टाटा समूह जैसे रिटेलर अपनी खुदरा शृंखला मध्यम वर्ग को लक्षित कर चलाते हैं और देश भर में अपने आउटलेट्स के जरिये मध्यम दर्जे के कपड़े बेचती है। हिस्सेदारी बिक्री पर हो रही मौजूदा बातचीत रैबिट की बाहरी फंड जुटाने की पहली कवायद होगी।