इस्पात विनिर्माता जय बालाजी इंडस्ट्रीज ने कर्ज चुकाने के लिए टाटा कैपिटल फाइनैंशियल सर्विसेज से 559 करोड़ रुपये का कर्ज हासिल किया है।
कंपनी ने सोमवार को कहा कि दो परिसंपत्ति पुनर्गठन कंपनियों (एआरसी) का मौजूदा ऋण चुकाने के लिए गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी – टाटा कैपिटल फाइनैंशियल सर्विसेज के साथ ऋण समझौता किया गया है।
जय बालाजी इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक आदित्य जजोदिया ने कहा कि यह ऋण समझौता जय बालाजी इंडस्ट्रीज के लिए खेल का रुख बदलने वाला है और इसकी रूपांतरण यात्रा में नए अध्याय की शुरुआत की ओर इशारा करता है।
जय बालाजी साल 2017-18 में दिवाला और ऋणशोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) के तहत समाधान के लिए निर्देशित भारतीय रिजर्व बैंक की गैर-निष्पादित संपत्तियों (NPA) की दूसरी सूची में थी। तब इसके बही-खाते पर करीब 3,200 करोड़ रुपये का कर्ज था। हालांकि कंपनी ने कुछ बैंकों के साथ अदालत के बाहर समझौता कर लिया था।