निवेशकों ने आज बंद हुए चार आरंभिक सार्वजनिक निर्गमों (IPO) को हाथोहाथ लिया और उन पर 2 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक की बोलियां लगाईं।
सबसे ज्यादा बोलियां टाटा टेक्नोलॉजीज (Tata Tech IPO) को मिलीं, जिसके निर्गम को करीब 70 गुना आवेदन प्राप्त हुए और 3,042 करोड़ रुपये के निर्गम के लिए कुल 1.56 लाख करोड़ रुपये की बोलियां आईं।
फ्लेयर राइटिंग इंडस्ट्रीज और गांधार ऑयल रिफाइनरी (इंडिया) जैसे छोटे निर्गमों पर भी निवेशकों ने जमकर लाड़ दिखाया और दोनों के लिए 20-20 हजार करोड़ रुपये की बोलियां लगीं। मगर फेडबैंक फाइनैंशियल के 1,092 करोड़ रुपये के निर्गम को केवल दो गुने आवेदन मिले।
इरेडा के आईपीओ को करीब 39 गुना अभिदान
एक दिन पहले सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन रीन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (IREDA IPO) के आईपीओ को करीब 39 गुना अभिदान मिला और निवेशकों ने उस पर करीब 58,500 करोड़ रुपये की बोलियां लगाईं।
टाटा समूह (Tata Group) की कंपनी टाटा टेक के आईपीओ को जितने आवेदन मिले, उतने अभी तक किसी भारतीय कंपनी को नहीं मिले हैं। कंपनी के निर्गम के लिए 73.3 लाख आवेदन आए, जो भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) को मिले 61.3 लाख आवेदन से काफी ज्यादा हैं।
टाटा टेक के निर्गम में संस्थगत निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्से को 200 गुना से ज्यादा बोलियां मिलीं। खुदरा श्रेणी में 17 गुना और धनाढ्य (एचएनआई) श्रेणी में 62 गुना आवेदन मिले। विदेशी फंडों ने करीब 40,000 करोड़ रुपये की बोलियां लगाईं।
निवेशकों ने टाटा टेक पर जमकर लगाया दांव
बाजार के भागीदारों ने कहा कि टाटा टेक के निर्गम का मूल्य ग्रे मार्केट में ज्यादा होने और शेयर बाजार में टाटा समूह का मजबूत प्रदर्शन देखते हुए सभी श्रेणियों के निवेशकों ने इस पर जमकर दांव लगाया। ग्रे मार्केट ऑपरेटरों को उम्मीद है कि सूचीबद्ध होने के दिन यह शेयर 70 फीसदी से ज्यादा चढ़ सकता है।
टाटा टेक (Tata Tech) ने निर्गम में प्रति शेयर 500 रुपये मूल्य तय किया है, जिससे कंपनी का मूल्यांकन करीब 20,283 करोड़ रुपये होता है।
एसबीआई सिक्योरिटीज ने एक नोट में कहा, ‘मूल्य दायरे की ऊपरी सीमा यानी 500 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से टाटा टेक वित्त वर्ष 2023 में 32.5 गुना पीई गुणक पर कारोबार कर रही है। मगर इसकी प्रतिस्पर्धी कंपनियां ज्यादा मूल्यांकन पर कारोबार कर रही हैं। केपीआईटी टेक्नोलॉजीज 108.9 गुना, टाटा एलेक्सी 68.5 गुना और एलऐंडटी टेक्नोलॉजी 40.1 गुना पर कारोबार कर रही है। हमें उम्मीद है कि टाटा टेक इंजीनियरिंग शोध एवं विकास क्षेत्र में वृद्धि के अवसरों का बेहतर लाभ उठा सकती है। मूल्यांकन अपेक्षाकृत कम होने के कारण हम निवेशकों इस पर दांव खेलने की सलाह देते हैं।’
इस हफ्ते बंद हुए 5 आईपीओ कुल 7,377 करोड़ रुपये के हैं। बेंचमार्क सूचकांक अक्टूबर के निचले स्तर से 5 फीसदी उछले हैं, जिसके फौरन बाद ये आईपीओ आए हैं। ज्यादार वैश्विक बाजार पिछले एक महीने में चढ़े हैं क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व अब ब्याज दरें नहीं बढ़ाएगा।
अमेरिका में 10 साल के बॉन्ड की यील्ड 5 फीसदी तक पहुंचने के बाद अब 4.5 फीसदी से भी नीचे चली गई है। प्राइम डेटाबेस के मुताबिक इस साल अभी तक 45 आईपीओ आए हैं, जिनमें कंपनियों ने 40,600 करोड़ रुपये जुटाए हैं। पिछले साल 40 निर्गमों से 59,301 करोड़ रुपये जुटाए गए थे।
पिछले साल आंकड़ा बढ़ने का कारण एलआईसी का आईपीओ था, जिससे कंपनी ने 21,008 करोड़ रुपये जुटाए थे। इस साल छोटे-मझोले आकार के आईपीओ का वर्चस्व देखा जा रहा है। इस साल सूचीबद्ध हुईं करीब 40 कंपनियां अपने निर्गम मूल्य से ऊपर कारोबार कर रही हैं।