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8 भारतीय कंपनियों की सहायता करेगी Intel, लैपटॉप विनिर्माण में कंपनी करेगी मदद

नए सहयोग के हिस्से के रूप में इंटेल ने भारत में शुरुआती स्तर के लैपटॉप के उत्पादन में अपनी विशेषज्ञता साझा की है।

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सौरभ लेले   
Last Updated- November 03, 2023 | 9:32 PM IST

वैश्विक सेमीकंडक्टर (Chip) निर्माता कंपनी इंटेल (Intel) ने शुक्रवार को भारत की आठ इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण सेवा (ईएमएस) कंपनियों और मूल डिजाइन निर्माताओं (ODM) के साथ अपनी लैपटॉप विनिर्माण परियोजनाओं के लिए प्रमुख तकनीकी और परिचालन में मदद करने के लिए सहयोग की घोषणा की।

नए सहयोग के हिस्से के रूप में इंटेल ने भारत में शुरुआती स्तर के लैपटॉप के उत्पादन में अपनी विशेषज्ञता साझा की है।

डिक्सन टेक्नोलॉजीज, ऑप्टिमस इलेक्ट्रॉनिक्स, कायन्स टेक्नोलॉजी इंडिया, भगवती प्रोडक्ट्स, पनाश डिजीलाइफ, स्माइल इलेक्ट्रॉनिक्स, सिरमा एसजीएस टेक्नोलॉजी और वीवीडीएन टेक्नोलॉजीज इंटेल द्वारा डिजाइन की गई लैपटॉप विनिर्माण प्रक्रियाओं का उपयोग कर सकती हैं।

कंपनियां घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों में सेवा देने के लिए प्रौद्योगिकियों का उपयोग कर सकती हैं। इंटेल ने कहा कि यह कवायद मेक इन इंडिया पहल के अनुरूप प्रौद्योगिकी वाली वृद्धि में तेजी लाने के प्रति उसके समर्पण को दर्शाती है।

इंटेल से तकनीकी विशेषज्ञता हासिल करने से शुरुआती स्तर के लैपटॉप के उत्पादन की लागत में कमी आने की संभावना है और अंतिम उपयोगकर्ता को सस्ते उत्पाद मिल सकते हैं।

इंटेल के उपाध्यक्ष (भारतीय क्षेत्र) और प्रबंध निदेशक संतोष विश्वनाथन ने कहा, ‘इंटेल दुनिया भर में कई इलेक्ट्रॉनिक परिवेश की बुनियादी इनेबलर रही है और हम भारत में भी इसे बढ़ावा देने के लिए उत्साहित हैं। इंटेल का प्रौद्योगिकी पर निवेश और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के बारे में हमारी जानकारी मिलकर भारत में इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ाने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।’

केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी, कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि इंटेल जैसी वैश्विक कंपनियां भारत के साथ साझेदारी कर रही हैं और लैपटॉप एवं कंप्यूटिंग के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण परिवेश के निर्माण करने में मदद कर रही हैं।’

उन्होंने कहा, ‘यह भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को 1 लाख करोड़ डॉलर तक ले जाने और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण परिवेश को साल 2025-26 तक 300 अरब डॉलर का योगदान करने में सक्षम बनाने के प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप है।’

First Published : November 3, 2023 | 9:32 PM IST