बाजार में उतार-चढ़ाव को आंकने वाले पैमाने इंडिया वीआईएक्स सूचकांक (India VIX Index) में आज तेज गिरावट आई और यह 5 साल के निचले स्तर पर आ गया। सूचकांक 19.7 फीसदी गिरकर 10.2 पर बंद हुआ।
वीआईएक्स (VIX ) में पिछले लोक सभा चुनाव के नतीजों वाले दिन (23 मई, 2019) के बाद यह सबसे बड़ी गिरावट है। 2008 के बाद वीआईएक्स सूचकांक में एक दिन में आई यह 12वीं सबसे बड़ी गिरावट है। मगर पहले की लगभग सभी बड़ी गिरावटें सूचकांक के उच्च स्तर पर पहुंचने पर हुई थी।
डर का पैमाना कहलाने वाले इस सूचकांक का आकलन नैशनल स्टॉक एक्सचेंज करता है और इससे पता चलता है कि निकट भविष्य में बाजार में कितनी अस्थिरता या उठापटक हो सकती है। सूचकांक की गणना ऑप्शन कीमतों के हिसाब से की जाती है। सूचकांक नीचे होने का मतलब है कि ट्रेडरों को बाजार में ज्यादा उठापटक की अपेक्षा नहीं है। सूचकांक ऊंचा जाए तो बाजार भागीदारों के बीच अनिश्चितता होने का संकेत मिलता है।
सैमको सिक्योरिटीज में प्रमुख (मार्केट पर्सपेक्टिव और रिसर्च) अपूर्व सेठ ने कहा, ‘इंडिया वीआईएक्स में इस तरह की तेज गिरावट आम चुनाव के नतीजों के दिन देखी गई थी। वीआईएक्स 2014 में चुनाव परिणाम के दिन 34 फीसदी और 2019 में 30 फीसदी नीचे गया था। आज की गिरावट पिछली दो गिरावटों के बाद सबसे बड़ी गिरावट है।’
सेठ ने कहा, ‘आम तौर पर इंडिया वीआईएक्स चुनावी नतीजे आने के बाद नीचे जाता है क्योंकि बाजार में अनिश्चितता खत्म हो जाती है। मगर इस बार विपक्ष का कमजोर प्रदर्शन देखते हुए शायद बाजार ने पहले ही भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की जीत तय मान ली है।’
विश्लेषकों के अनुसार वीआईएक्स में अचानक गिरावट का कारण
भू-राजनीतिक तनाव में कमी और ऑप्शन सौदों के लॉट का आकार घटना भी हो सकता है। भू-राजनीतिक तनाव की चिंता तथा अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा दर कटौती में देर के कारण बाजार में उठापटक होने के बाद इस हफ्ते निवेशकों की नजर कंपनियों के तिमाही नतीजों पर है।
जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज में मुख्य मार्केट स्ट्रैटजिस्ट आनंद जेम्स ने कहा, ‘सैद्धांतिक तौर पर वीआईएक्स अगले 30 दिन के लिए बाजार में उठापटक का संकेत देता है। इसलिए वीआईएक्स जितना नीचे होगा, ट्रेडरों को आगे आगे तेजी बने रहने का उतना ही यकीन होगा।’
मई एक्सपायरी से निफ्टी विकल्प सौदों के लिए लॉट का आकार 50 से घटकर 25 कर दिया गया है, जिससे बाजार में तरलता बढ़ सकती है और कॉल तथा पुट ऑप्शन में कमी आ सकती है। यह भी वीआईएक्स में गिरावट का कारण हो सकता है।
बाजार के कुछ भागीदारों का कहना है कि मंगलवार को आई तेज गिरावट चुनावों के बावजूद असामान्य है। उनका कहना है कि गलत ऑप्शन कीमतें दिखाने के कारण भी सूचकांक में गिरावट हो सकती है। अमेरिका के उलट भारत में वीआईएक्स सूचकांक में ट्रेडिंग नहीं होती। इसलिए इंडिया वीआईएक्स का केवल सांकेतिक महत्त्व है।