त्योहारों और छुट्टियों का मौसम शुरू होते ही सफर और सैर-सपाटा करने वाले कमर कसने लगे हैं। इस कारण हवाई किराये (Flight Fares) और होटलों का किराये (Hotel Fares) में भी जबरदस्त इजाफा हुआ है।
दीवाली (Diwali) के दौरान 10 से 16 नवंबर के बीच देश के सभी प्रमुख स्थानों के लिए हवाई किराया पिछली दीवाली के मुकाबले 44 फीसदी तक महंगा हो गया है।
किराये में बढ़ोतरी की दो बड़ी वजह हैं – मांग बढ़ना और क्षमता बहुत कम होना क्योंकि दिवालिया प्रक्रिया झेल रही गो फर्स्ट के विमान उड़ नहीं रहे हैं और स्पाइसजेट वित्तीय चुनौतियों से जूझ रही है।
मुंबई-दिल्ली मार्ग पर दीवाली वाले हफ्ते में एक तरफ का किराया 8,788 रुपये है, जो पिछले साल दीवाली वाले हफ्ते की तुलना में 27.8 फीसदी ज्यादा है। यह आंकड़ा ट्रैवल वेबसाइट ईजीगो (Easygo) से मिली जानकारी पर आधारित है और यात्रा की तारीख से 30-35 दिन पहले बुक टिकटों का किराया बताता है।
पिछले साल दीवाली के दौरान इस मार्ग पर हर हफ्ते 668 उड़ानें गई थीं। मगर मांग बढ़ने के बावजूद इस साल इस मार्ग पर उड़ानों की संख्या महज 1.2 फीसदी बढ़ी है। गो फर्स्ट इस मार्ग पर हर हफ्ते 80 उड़ानें चलाया करती थी मगर अभी उस पर खुद ही दिवालिया होने का संकट मंडरा रहा है।
बेंगलूरु-कोलकाता मार्ग पर एक तरफ का किराया 40.6 फीसदी बढ़ा
इसी तरह बेंगलूरु-कोलकाता मार्ग पर दीवाली के आसपास एक तरफ का किराया 40.6 फीसदी बढ़कर 10,195 रुपये हो गया है।
ईजीगो के सह-संस्थापक और समूह सीईओ आलोक वाजपेयी ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘पिछले साल की तुलना में इस साल दीवाली के लिए 25 दिन पहले कराई जा रही बुकिंग में 12 फीसदी तेजी आई है। छुट्टियों में सैर-सपाटे के लिए सफर की मांग पहले कभी इतनी नहीं थी। दीवाली के दौरान यात्रा के लिए सर्च पिछले महीने की तुलना में 67 फीसदी बढ़ गई है।’
दिल्ली, मुंबई, गोवा, जयपुर और वाराणसी पर्यटकों की पसंदीदा जगह
देश के भीतर सैलानियों के लिए सबसे पसंदीदा स्थलों में नई दिल्ली, मुंबई, गोवा, जयपुर और वाराणसी हैं। वाजपेयी ने कहा, ‘हवाई किराया बढ़ने के बावजूद सैलानी अपने पसंदीदा ठिकानों के लिए उड़ान भरने में हिचक नहीं रहे हैं। छुट्टियों में देश-विदेश की सैर पर जाने वालों की तरफ से भी मजबूत मांग है।’
ट्रैवल कंपनियों का कहना है कि लोगों के बीच दोस्तों और रिश्तेदारों के यहां जाने का चलन फिर से बढ़ा है, जो त्योहारों की खासियत है।
यात्रा ऑनलाइन के पूर्णकालिक निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी ध्रुव श्रृंगी ने कहा, ‘मांग काफी मजबूत है। दोस्तो-रिश्तेदारों के मेलजोल से भी यात्रा में तेजी आई है और त्योहार हमेशा से ही कम अवधि की छुट्टियों का अच्छा मौका देते रहे हैं।’
क्रिकेट विश्व कप से भी यात्रा उद्योग को बढ़ावा मिला
उन्होंने कहा कि लोग त्योहारों के दौरान महानगरों और बड़े शहरों से बाहर निकलना चाहते हैं। भीड़-भाड़ वाले शहरों खास तौर पर उत्तर भारतीय शहरों में ज्यादा प्रदूषण है। इसके साथ ही क्रिकेट विश्व कप (Cricket World Cup) से भी यात्रा उद्योग को बढ़ावा मिला है।
होटल भी हुए महंगे
यात्रा के अनुसार कोच्चि, तिरुपति, हैदराबाद, नई दिल्ली और मैसूरु जैसे शहरों में होटल बुकिंग काफी बढ़ गई है।
यात्रा ऑनलाइन में वरिष्ठ उपाध्यक्ष (फ्लाइट ऐंड होटल बिजनेस) भरत मलिक ने कहा, ‘इन शहरों में होटल के कमरों का किराया औसतन 15 फीसदी बढ़ गया है। अंतिम समय में यानी यात्रा से 10 दिन पहले तक भी काफी बुकिंग देखी जा रही है। दीवाली अगले महीने है, इसलिए होटलों की मांग और बढ़ने का अनुमान है।’
बुकिंग डॉट कॉम के सर्च डेटा के अनुसार भारतीय यात्री त्योहरों के दौरान परिवार और दोस्तों के साथ छोटी दूरी के विदेशी ठिकानों जैसे दुबई, सिंगापुर और बैंकॉक आदि जाने के लिए सर्च कर रहे हैं।
बुकिंग डॉट कॉम में भारत, श्रीलंका, मालदीव और इंडोनेशिया के कंट्री मैनेजर संतोष कुमार ने कहा, ‘होटल के अलावा सैलानी अनूठे अनुभव के लिए होमस्टे, विला और हेरिटेज प्रॉपर्टी में ठहरने के विकल्प भी तलाश रहे हैं।’