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Auto Sector Q2 Results Preview: वाहन कंपनियों की परिणाम पूर्व समीक्षा, कमोडिटी में नरमी से सुधरेगा मार्जिन

वाहन क्षेत्र को मजबूत उत्पाद मिश्रण और जिंस कीमतों में नरमी से शानदार तिमाही परिणाम दर्ज करने में मदद मिलेगी।

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सोहिनी दास   
Last Updated- October 16, 2023 | 9:55 PM IST

वाहन कंपनियों द्वारा सभी सेगमेंटों यात्री वाहन, वाणिज्यिक वाहन और तिपहिया में दमदार वृद्धि की मदद से 2023-24 की सितंबर तिमाही में मजबूत आंकड़े दर्ज किए जाने की संभावना है।

इससे संपूर्ण दोपहिया में आई मामूली कमजोरी की कुछ हद तक भरपाई हो सकती है। ओईएम द्वारा की गई कीमत वृद्धि और बेहतद उत्पाद मिश्रण की वजह से सालाना आधार पर ऊंची औसत बिक्री कीमत (एएसपी) से भी राजस्व और मार्जिन में मदद मिलेगी। इसके अलावा जिंस कीमतें सालाना आधार पर नीचे आई हैं जिससे एबिटा सुधरने में मदद मिलेगी।

ऐक्सिस सिक्योरिटीज ने अपनी तिमाही परिणाम पूर्व समीक्षा में कहा है कि उसे अनुमान है कि उसके कवरेज वाली वाहन ओईएम वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में 17 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि, 41 प्रतिशत की एबिटा वृद्धि और सालाना आधार पर 50 प्रतिशत कर-बाद लाभ दर्ज करेंगी।

कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने पीवी और सीवी सेगमेंटों में मध्यम एक अंक की वृद्धि की मदद से वाहन शेयरों के लिए राजस्व सालाना आधार पर 23 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान जताया है। ब्रोकरेज ने कहा है कि वाहन क्षेत्र को मजबूत उत्पाद मिश्रण और जिंस कीमतों में नरमी से शानदार तिमाही परिणाम दर्ज करने में मदद मिलेगी।

वहीं निर्मल बांग के विश्लेषकों का भी मानना है कि वाहन क्षेत्र में इस्तेमाल होने वाले प्रमुख कच्चे माल की कीमतें सालाना और तिमाही आधार पर घटी हैं। इस्पात (सालाना आधर पर -9 प्रतिशत, तिमाही आधार पर -2.4 प्रतिशत), एल्युमीनियम (सालाना आधार पर -6.6, तिमाही आधार पर -2.9 प्रतिशत) और आरएसएस-4 नैचुरल रबर (सालाना आधार पर -8.5 प्रतिशत, तिमाही आधार पर -3.7 प्रतिशत) की कीमतों में गिरावट आई है।

कोटक के विश्लेषकों का कहना है, ‘हमें वाहन ओईएम के लिए वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में एबिटा मार्जिन 350 आधार अंक तक सुधरने का अनुमान है, क्योंकि इसे मुख्य तौर पर परिचालन दक्षता से मदद मिलेगी।’ लंबित ऑर्डर बुक और उत्पाद में सुधार से घरेलू पीवी उद्योग की बिक्री सालाना आधार पर 5 प्रतिशत बढ़ी।

नुवामा रिसर्च के विश्लेषकों का कहना है, ‘महिंद्रा ऐंड महिंद्रा और मारुति सुजूकी इंडिया ने उद्योग की सालाना राजस्व वृद्धि को पीछे छोड़ दिया। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के वाहन खंड के लिए 28 प्रतिशत और मारुति सुजूकी के लिए 24 प्रतिशत की सालाना राजस्व वृद्धि दर्ज की गई। इसके विपरीत, टाटा मोटर्स इंडिया के पीवी खंड ने सालाना आधार पर 1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की।’

मारुति सुजूकी (Maruti Suzuki) का एबिटा परिचालन दक्षता लाभ, मजबूत उत्पाद मिश्रण के साथ साथ कच्चे माल की अनुकूल कीमतों की वजह से सालाना आधार पर 59 प्रतिशत सुधरने का अनुमान है। ब्रोकरों का कहना है कि मारुति सुजूकी की एबिटा वृद्धि से कुछ हद तक ऊंचे विज्ञापन खर्च और कर्मचारी लागत की भरपाई हो जाएगी।

टाटा मोटर्स (Tata Motors) के बारे में कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज का कहना है, ‘जिंस कीमतों में नरमी (मुख्य धातु और ईवी बैटरी कीमतों में गिरावट) की वजह से हमें टाटा मोटर्स के पीवी व्यवसाय का एबिटा सालाना आधार पर 110 आधार अंक बढ़ने का अनुमान है।’

दोपहिया सेगमेंट में बजाज ऑटो का एबिटा तिमाही आधार पर 9 प्रतिशत सुधरने की संभावना है।

First Published : October 16, 2023 | 9:55 PM IST