आज का अखबार

लाभ में Zomato के सभी कारोबार

कंपनी के क्विक कॉमर्स कारोबार ब्लिंकइट, जिसे कभी खर्चीला व्यवसाय कहा जाता था, वह भी अब रास्ते पर आ गई है।

Published by
आर्यमन गुप्ता   
Last Updated- November 05, 2023 | 10:26 PM IST

ऑनलाइन फूड और रोजमर्रा के सामान पहुंचाने वाले प्लेटफॉर्म जोमैटो वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में मुनाफे में बना रहा और लगातार दूसरी बार 36 करोड़ रुपये का लाभ कमाया।

त्योहारों के दौरान फूड डिलिवरी कारोबार के ऑर्डरों की संख्या बढ़ी। इसलिए ऐसा लग रहा है कि कंपनी के अन्य कारोबार आगे चलकर इसे फायदा पहुंचा सकते हैं।

हालांकि पिछली दो तिमाहियों से फूड डिलिवरी उद्योग में चल रही मंदी से जोमैटो उबर पाई। इसका सीधा श्रेय कंपनी के लॉयल्टी प्रोग्राम जोमैटो गोल्ड को जाता है मगर यह गति बरकरार रहेगी या नहीं, यह अभी भी सवालों के घेरे में है।

इस बीच, कंपनी के क्विक कॉमर्स कारोबार ब्लिंकइट, जिसे कभी खर्चीला व्यवसाय कहा जाता था, वह भी अब रास्ते पर आ गई है। कंपनी के बिजनेस-टू-बिजनेस कारोबार हाइपरप्योर और गोइंग आउट व्यवसाय भी वृद्धि के रास्ते पर है।

ब्लिंकइट

कंपनी के क्विक कॉमर्स कारोबार ब्लिंकइट का दूसरी तिमाही में पहली बार पूरी तिमाही के लिए योगदान सकारात्मक रहा। इसका राजस्व पिछली तिमाही के 384 करोड़ रुपये से बढ़कर दूसरी तिमाही में 505 करोड़ रुपये हो गया जबकि तिमाही के लिए इसका सकल ऑर्डर मूल्य (जीओवी) 2,760 रुपये रहा जो तिमाही से पहले 2,140 करोड़ रुपये था।

ब्लिंकइट के मुख्य कार्याधिकारी अलबिंदर ढींढसा ने कहा, ‘पिछले साल के मुकाबले इस साल कंपनी के जीवीओ में उम्मीद के अनुरूप 86 फीसदी वृद्धि रही। जीओवी में वृद्धि काफी हद तक स्टोर बिक्री बढ़ने के कारण हुई।’

पिछली तिमाही के नतीजे जारी करने के दौरान जोमैटो के मुख्य कार्याधिकारी दीपेंदर गोयल ने दावा किया था कि ब्लिंकिट अगले 10 वर्षों में जोमैटो की तुलना में शेयरधारकों के लिए अधिक मूल्य लाएगी।

उन्होंने कहा था, ‘ब्लिंकिट के अधिग्रहण के बाद पिछली 5 तिमाहियों में हमने उन शहरों में, जहां हमारी काफी पहुंच है, वहां जोमैटो के जीओवी के प्रतिशत के रूप में ब्लिंकिट के जीओवी में लगातार वृद्धि देखी है।’

गोइंग आउट

कंपनी का गोइंग आउट कारोबार भी बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। दूसरी तिमाही में जोमैटो ने पहली बार इस व्यवसाय के लिए मुनाफे की जानकारी दी। इसमें डाइनिंग आउट और इवेंट शामिल हैं। उद्यम ने 45 करोड़ रुपये की आमदनी की जो पिछली तिमाही में 42 करोड़ रुपये और एक साल पहले 26 करोड़ रुपये से अधिक थी।

इसका जीओवी एक तिमाही पहले के 616 करोड़ रुपये और एक साल पहले के 298 करोड़ रुपये से बढ़कर 682 करोड़ रुपये हो गया।

गोइंग-आउट कारोबार का समायोजित एबिटा 1 करोड़ रुपये बताया गया जबकि एक साल पहले इस कारोबार को 11 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था मगर पिछली तिमाही में 3 करोड़ रुपये से थोड़ा कम हुआ था।

हाइपरप्योर

इस बीच इसके बिजनेस-टू-बिजनेस कारोबार हाइपरप्योर का राजस्व भी बढ़कर 745 करोड़ रुपये हो गया जो एक तिमाही पहले 617 करोड़ रुपये और एक साल पहले 334 करोड़ रुपये था। इसका समायोजित एबिटा घाटा पहली तिमाही के 35 करोड़ रुपये से थोड़ा कम होकर दूसरी तिमाही में 34 करोड़ रुपये हो गया।

फूड डिलिवरी

जोमैटो के अन्य कारोबारों की वृद्धि अच्छी रही मगर फूड डिलिवरी व्यवसाय अपनी गति बनाए रखता है या नहीं, यह देखना होगा। इसके फूड डिलिवरी कारोबार के लिए समायोजित राजस्व एक तिमाही पहले के 1,530 करोड़ से बढ़कर दूसरी तिमाही में 1,742 करोड़ हो गया।

First Published : November 5, 2023 | 9:56 PM IST