भारतीय वाहन निर्माताओं के संगठन (सायम) ने अगस्त के वाहन बिक्री के आंकड़े जारी किए हैं। आंकड़ों से पता चलता है कि यात्री वाहनों की बिक्री में लगातार दूसरे महीने गिरावट आई और पिछले महीने एक साल पहले के मुकाबले 1.8 फीसदी कम होकर 3,52,921 गाड़ियां बिकीं। इससे पहले जुलाई में 2.5 फीसदी की गिरावट आई थी, जो इस वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में हुई 3 फीसदी वृद्धि के बाद की गिरावट दर्शाती है।
इसके विपरीत, दोपहिया वाहनों की श्रेणी में एक साल पहले के मुकाबले अगस्त में 9.3 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई और पिछले महीने 17,11,662 दोपहिया वाहन बिके। इससे पहले चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 20.4 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी और जुलाई में दोपहिया वाहनों की बिक्री में 12.5 फीसदी का इजाफा हुआ था, जो बताती है कि घरेलू बाजार में दोपहिया की दमदार मांग बनी हुई है।
तिपहिया वाहन श्रेणी में भी सकारात्मक रफ्तार बरकरार है और पिछले साल अगस्त के मुकाबले इस साल अगस्त में इसकी बिक्री में 7.7 फीसदी का इजाफा हुआ है। पिछले महीने 69,962 तिपहिया वाहन बिके थे। पहली तिमाही में तीन पहिया वाहनों की बिक्री में 14.2 फीसदी की वृद्धि हुई थी और जुलाई में बिक्री में 5.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी।
सायम के मुताबिक इस साल अगस्त में यात्री वाहन, दोपहिया, तिपहिया और चार पहिया वाहनों का कुल उत्पादन 24.9 लाख गाड़ियां रहा। केंद्र सरकार द्वारा त्योहारों से पहले हाल में शुरू की गई पीएम ई-ड्राइव और पीएम-ईबस सेवा जैसी योजनाओं के शुरू होने से उद्योग को उम्मीद है कि वाहनों की मांग में वृद्धि होगी।
वाहनों की बिक्री के प्रदर्शन पर सायम के महानिदेशक राजेश मेनन ने कहा, ‘इस साल अगस्त में पिछले साल के मुकाबले यात्री वाहनों की बिक्री में 1.8 फीसदी की गिरावट आई है। मगर दोपहिया वाहनों की बिक्री 9.3 फीसदी और तिपहिया की बिक्री 7.7 फीसदी बढ़ी है। आगे चलकर त्योहारी सीजन के साथ पीएम-ईड्राइव और पीएम-ईबस सेवा जैसी सरकारी योजनाओं की पहल से मांग को और बल मिलेगा।’