इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली प्रमुख वैश्विक कंपनी टेस्ला और विनफास्ट ने भारतीय बाजार में धीमी शुरुआत की। वाहन पोर्टल पर पंजीकरण के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो सितंबर में ईलॉन मस्क की कंपनी टेस्ला के 69 वाहनों का पंजीकरण हुआ है। आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में कुल 15,247 इलेक्ट्रिक यात्री कारों की बिक्री हुई जबकि अक्टूबर में अब तक 5,538 इलेक्ट्रिक कारों का पंजीकरण हुआ है। टेस्ला ने 15 जुलाई को मुंबई और दिल्ली में अपने स्वामित्व वाले दो शोरूम खोलकर बिक्री शुरू की थी। अक्टूबर में अब तक 11 टेस्ला वाहनों का पंजीकरण हुआ है।
टेस्ला को कथित तौर पर करीब 600 वाहनों के लिए ऑर्डर मिले। मगर इस साल के लिए उसका आयात कोटा करीब 2,500 वाहनों का था जो काफी अधिक है। कंपनी ने भारतीय बाजार में अपने लोकप्रिय मॉडल वाई को उतारा है जिसकी ऑन-रोड कीमत 60.99 से 75.61 लाख रुपये के बीच है जो प्रमुख बाजारों में इसकी कीमत के मुकाबले लगभग दोगुनी है। अमेरिका में मॉडल वाई की कीमत करीब 35.3 लाख रुपये और चीन में 32.7 लाख रुपये है। विश्लेषकों का कहना है कि कीमतों में भारी अंतर के कारण बिक्री की रफ्तार सुस्त पड़ सकती है।
वियतनाम की वाहन कंपनी विनफास्ट ने हाल में मूल्य निर्धारण संबंधी आक्रामक रणनीति के साथ भारतीय बाजार में दस्तक दी है। कंपनी ने सितंबर में अपनी वीएफ6 और वीएफ7 इलेक्ट्रिक एसयूवी की बिक्री शुरू की थी। कंपनी ने सितंबर में महज 6 वाहनों का पंजीकरण कराया था, लेकिन अक्टूबर में अब तक 39 वाहनों के पंजीकरण के साथ उसने रफ्तार पकड़ ली है।
वीएफ6 पांच सीटों वाली एसयूवी है जिसकी शुरुआती कीमत करीब 16.49 लाख रुपये है। वीएफ7 की कीमत करीब 20.89 लाख रुपये है। इन कीमतों के साथ विनफास्ट भारतीय बाजार में टाटा नेक्सन ईवी (14.56 से 18.60 लाख रुपये) और एमजी जेडएस ईवी (19 से 21 लाख रुपये) से मुकाबला कर रही है।
विनफास्ट ने स्थानीय विनिर्माण की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाए हैं। हाल में कंपनी ने तमिलनाडु के तूत्तुक्कुडि में अपने इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण कारखाने का उद्घाटन किया है। इस कारखाने की वार्षिक उत्पादन क्षमता 50,000 वाहनों की है जिसे तीन गुना तक बढ़ाया जा सकता है। टेस्ला चीन से अपने वाहनों का आयात कर रही है। उसने भारत में अपने वाहनों को असेंबल करने या उत्पादन करने संबंधी किसी योजना की घोषणा नहीं की है।
सितंबर में इलेक्ट्रिक वाहनों के कुल पंजीकरण में टेस्ला और विनफास्ट की हिस्सेदारी 0.5 फीसदी से भी कम थी। अक्टूबर में अब तक उनकी एकीकृत हिस्सेदारी कुछ बढ़कर 0.9 फीसदी हो गई।
टेस्ला के शुरुआती प्रदर्शन ने वॉल्वो को पीछे छोड़ दिया है। सितंबर और अक्टूबर में वॉल्वो के महज 30 इलेक्ट्रिक वाहनों का पंजीकरण हुआ है। वॉल्वो की ईवी की कीमतें 41 लाख से 59 लाख रुपये के बीच है। यह टेस्ला के मॉडल वाई की कीमत के बराबर है जिसे बाजार में बीवाईडी के सीलियन 7 (51 से 59 लाख रुपये), किया के ईवी6 (69.79 लाख रुपये) और वॉल्वो एक्ससी40 (54 लाख रुपये) जैसी प्रतिस्पर्धियों का सामना करना पड़ रहा है।