डेमलर इंडिया कमर्शियल व्हीकल्स (डीआईसीवी) अगले छह से 12 महीने के भीतर भारत में अपना पहला इलेक्ट्रिक ट्रक ‘ई-कैंटर’ पेश करेगी। ई-कैंटर की इस शुरुआत के साथ ही जर्मनी की यह कंपनी भारत में हल्के ट्रक वाली श्रेणी में भी प्रवेश करेगी।
डीआईसीवी ने आज एक बयान में कहा ‘पूरी तरह से इलेक्ट्रिक इस ई-कैंटर की भारत के बाजार में शुरुआत दीर्घावधि में अपने संपूर्ण वाहन पोर्टफोलियो को डीकार्बोनाइज करने की दिशा में उठाया गया कंपनी का पहला कदम है।’
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के अनुसार डेमलर ने साल 2023-24 के दौरान भारत में 21,231 वाणिज्यिक वाहन बेचे और पिछले साल की तुलना में 23.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। यह देश के कुल वाणिज्यिक वाहन उद्योग में नजर आई वृद्धि से कहीं अधिक थी।
भारत में वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री पिछले साल के मुकाबले 4.82 प्रतिशत बढ़कर 10.07 लाख हो गई। जर्मनी की यह कंपनी अपने नए ट्रकों और बसों को यूरोप, जापान और अमेरिका में साल 2039 तक और वैश्विक स्तर पर साल 2050 तक कार्बन-न्यूट्रल करने का प्रयास कर रही है।
इस बीच डीआईसीवी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी सत्यकाम आर्य ने स्पष्ट किया कि वास्तविकता यह है कि निकट भविष्य में डीजल, तेल-गैस वाले इंजन और कार्बन-न्यूट्रल पर जोर देने वाली प्रौद्योगिकियां भारतीय बाजार में साथ-साथ मौजूद रहेंगी। डीआईसीवी पहले ही एक बड़े भारतीय समूह के साथ गठजोड़ में भारतबेंज हाइड्रोजन फ्यूल सेल कॉन्सेप्ट कोच विकसित कर चुकी है।
कंपनी ने कहा ‘भविष्य में डीआईसीवी विभिन्न उपयोगिता श्रेणियों में ट्रक पेश करेगी जो लंबी दूरी, खनन, निर्माण, पीओएल (पेट्रोलियम, तेल और लुब्रिकेंट), डंपर, आरएमसी (तैयार मिश्रित कंक्रीट) तथा विभिन्न माल ढुलाई और इलाके की आवश्यकताओं की पूर्ति करेंगे।’