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L&T, Tata Power समेत इन 3 स्टॉक्स में दिखा ब्रेकआउट, ब्रोकरेज ने बताए टारगेट और स्टॉप लॉसQ2 results today: Infosys और Wipro समेत 60 से ज्यादा कंपनियों के आज आएंगे नतीजे, चेक करें पूरी लिस्ट₹1,800 से लेकर ₹5,150 तक के टारगेट्स, मोतीलाल ओसवाल ने इन तीन स्टॉक्स पर दी BUY की सलाहStocks to watch today, Oct 16: Infosys से लेकर Wipro, Axis Bank और Jio Fin तक, आज इन स्टॉक्स में दिखेगा एक्शनStock Market Update : शेयर बाजार की तेज शुरुआत, सेंसेक्स 320 अंक ऊपर; निफ्टी 25400 के पारअगस्त के दौरान भारत का विदेश में प्रत्यक्ष निवेश लगभग 50 प्रतिशत घटाभारतीय रिजर्व बैंक और सरकार के कारण बढ़ा बैंकों में विदेशी निवेशसरकारी बैंकों में 26% जनधन खाते निष्क्रिय, सक्रिय खातों की संख्या और कम होने का अनुमानअमेरिका से व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहा भारतीय अधिकारियों का दलभारतीय कंपनियों ने H1FY26 में बॉन्ड से जुटाए ₹5.47 लाख करोड़, दूसरी तिमाही में यील्ड बढ़ने से आई सुस्ती
कंपनियां

उड़ान को पंख देने में जुटे संस्थापक दोस्त

साल 2016 में उड़ान की स्थापना करने वाले तीन दोस्त- आमोद मालवीय, सुजीत कुमार और वैभव गुप्ता- करीब नौ महीने पहले एक बार फिर एक महत्त्पूर्ण मोड़ पर पहुंच गए जहां उन्हें कंपनी के लिए एक महत्त्वपूर्ण निर्णय लेना पड़ा। हालांकि कंपनी वैश्विक महामारी के बावजूद भारत की सबसे बड़ी बिजनेस टु बिजनेस ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म […]

अर्थव्यवस्था

राजकोषीय घाटा रहा 6.7 प्रतिशत

अधिक कर राजस्व और नियंत्रित पूंजीगत व्यय की वजह से वित्त वर्ष 22 में केंद्र का राजकोषीय घाटा 15.86 लाख करोड़ रुपये या 15.91 लाख करोड़ रुपये के संशोधित अनुमानों के 99.7 प्रतिशत स्तर पर रहा। महालेखा नियंत्रक (सीजीए) द्वारा आज जारी किए आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के प्रतिशत […]

लेख

मजबूत नहीं वृद्धि

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने मंगलवार को वर्ष 2021-22 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के प्रारंभिक आंकड़े तथा 31 मार्च को समाप्त हुए वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही के अनुमान पेश किए। एनएसओ का अनुमान है कि जनवरी से मार्च तिमाही में जीडीपी सालाना आधार पर 4.1 प्रतिशत बढ़ा। यह आंकड़ा अनुमानों के अनुरूप […]

अर्थव्यवस्था

चौथी तिमाही में वृद्धि दर महज 4.1 फीसदी

ओमीक्रोन की लहर और जिंस कीमतों में लगातार तेजी का आर्थिक वृद्धि पर बहुत बुरा असर पड़ा है। इन दोनों बाधाओं की वजह से भारत की अर्थव्यवस्था लगातार तीसरी तिमाही में लड़खड़ा गई और जनवरी-मार्च 2022 में वृद्धि दर केवल 4.1 फीसदी रही। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने आज सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े जारी […]

अर्थव्यवस्था

चौथी तिमाही में 3.5 प्रतिशत रह सकती है वृद्धि दर : इक्रा

रेटिंग एजेंसी इक्रा का मानना है कि समाप्त वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर गिरकर 3.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है जबकि तीसरी तिमाही में यह 5.4 प्रतिशत रही थी। इक्रा रेटिंग्स ने सोमवार को जनवरी-मार्च 2022 तिमाही के बारे में जारी अपने अनुमान में कहा कि […]

ताजा खबरें

सरकारी स्वास्थ्य खर्च जितना ही महंगा पड़ रहा प्रदूषण

हाल में जारी एक शोध रिपोर्ट के मुताबिक पारंपरिक प्रदूषण की वजह से भारत को अपने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के लगभग 1 प्रतिशत जितना ही नुकसान उठाना पड़ता है। यह सरकार द्वारा सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा पर खर्च की जाने वाली रकम के बराबर ही है। आंकड़ों की गणना उस उत्पादन के खत्म होने के […]

अर्थव्यवस्था

जीडीपी में बढ़े बैंक ऋण का हिस्सा 50 प्रतिशत से अधिक!

मौजूदा मूल्य पर सकल घरेलू उत्पाद (नॉमिनल जीडीपी) में वृद्धिशील या बढ़े हुए बैंक ऋण की हिस्सेदारी चालू वित्त वर्ष में 50 प्रतिशत के आंकड़े को पार कर सकती है। एसबीआई की एक शोध रिपोर्ट में सोमवार को यह संभावना जताई गई। रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2021-22 में यह अनुपात 27 प्रतिशत पर रहा […]

अर्थव्यवस्था

यूबीएस ने घटाया वृद्धि अनुमान

यूबीएस ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भारत के वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में वृद्धि का अनुमान घटाकर 7 प्रतिशत कर दिया है, जबकि इसके पहले 7.7 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया था। वित्त वर्ष 23 के बाद इसने जीडीपी वृद्धि 6 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है और कहा है कि महंगाई दर […]

अर्थव्यवस्था

आईएमएफ ने घटाया वृद्घि अनुमान

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने अपने ताजे वल्र्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2023 के लिए भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्घि अनुमान को घटाकर 8.2 फीसदी कर दिया। इसके पीछे एजेंसी ने तर्क दिया है कि उच्च जिंस कीमतों का असर निजी खपत और निवेश पर पड़ेगा। यह उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए […]

लेख

देश में उपभोक्ताओं की धारणा में लगातार सुधार मगर धीमी रफ्तार

देश में उपभोक्ताओं की धारणा में लगातार सुधार हो रहा है मगर इसकी गति धीमी है। कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण अप्रैल, मई और जून में नीचे फिसलने के बाद सूचकांक में लगातार सुधार हो रहा है, केवल दिसंबर एक अपवाद रहा है। जून 2021 और मार्च 2022 के बीच उपभोक्ता धारणा सूचकांक […]