प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
भारतीय क्रिकेट टीम को जल्द ही नया प्रायोजक मिल सकता है। भारत के किर्लोस्कर ग्रुप और जापान के टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन के संयुक्त उद्यम टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने टीम इंडिया का प्रमुख प्रायोजक बनने में रुचि दिखाई है।
सरकार के ऑनलाइन गेमिंग एक्ट, 2025 को लागू करने के बाद तमाम रियल मनी गेम पर प्रतिबंध लग गया। इससे इस क्षेत्र की अग्रणी गेमिंग कंपनी ड्रीम11 का ऑनलाइन रियल मनी गेमिंग धंधा भी बंद हो गया और उसने टीम इंडिया के प्रायोजन से कदम पीछे खींच लिए थे। इससे देश की राष्ट्रीय टीम बिना प्रायोजक की हो गई थी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अभी तक टीम इंडिया के लिए प्रमुख प्रायोजक के लिए आधिकारिक तौर पर नया टेंडर जारी नहीं किया है।
पहले, बीसीसीआई के सचिव देवजीत सैकिया ने पुष्टि की थी कि ड्रीम11 के साथ सौदा समाप्त हो गया है और प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया के अनुसार, यह विभिन्न नैशनल टीमों के लिए एक नया टाइटल स्पॉन्सर प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर रहा है। एक सूत्र ने कहा, ‘टोयोटा प्रायोजक बनने में दिलचस्पी दिखा रहा है, लेकिन बीसीसीआई ने अभी तक कुछ भी तय नहीं किया है। बहुत सारे कानूनी पहलू और प्रक्रियाएं हैं, जिन्हें देखने की आवश्यकता है।
बीसीसीआई 30 सितंबर से शुरू होने वाले इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) महिला क्रिकेट विश्व कप से पहले समझौते को अंतिम रूप दे सकता है, क्योंकि ड्रीम 11 ने इस टूर्नामेंट के लिए भी प्रायोजक के रूप में हाथ खींच लिए हैं।’
बिज़नेस स्टैंडर्ड के ईमेल का टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने समाचार लिखे जाने तक कोई जवाब नहीं दिया। हालांकि, एक अन्य सूत्र ने बताया कि वाहन निर्माता कंपनी टाइटल स्पॉन्सर नहीं बनना चाहती है। फिलहाल आगामी 2025 एशिया कप के लिए पुरुष क्रिकेट टीम की जर्सी पर सामने प्रायोजक लोगो होगा, इसकी संभावना बहुत कम है। क्योंकि टीम इंडिया 4 सितंबर को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के लिए रवाना हो सकती है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बीसीसीआई लगभग 452 करोड़ रुपये का प्रायोजन समझौता करना चाहता है। खेल, मनोरंजन और मीडिया कंसल्टिंग फर्म आईटीडब्ल्यू यूनिवर्स के सह-संस्थापक भैरव शांत ने कहा कि नया प्रायोजन सौदा 2028 के अंत तक लागू होगा।
उन्होंने कहा, ‘टीम इंडिया के भविष्य के दौरों के कार्यक्रम में हाई-प्रोफाइल द्विपक्षीय श्रृंखला के साथ-साथ 2026 में टी20 विश्व कप और 2027 में क्रिकेट विश्व कप जैसे दो बड़े आईसीसी पुरुष टूर्नामेंट होने हैं, इसलिए प्रायोजन सौदे की सीमा लगभग 4 से 4.5 करोड़ रुपये प्रति द्विपक्षीय खेल हो सकती है।’
जुलाई 2023 में स्पोर्ट्स ब्रांड ड्रीम11 ने 358 करोड़ रुपये के तीन साल के सौदे में बीसीसीआई का प्रमुख प्रायोजक बनने का अधिकार हासिल किया था। इससे पहले एजुकेशनल टेक्नॉलजी फर्म बैजूस भारतीय टीम की प्रायोजक थी। उद्योग विशेषज्ञों ने पहले बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया था कि बीसीसीआई को नया प्रायोजक ढूंढने में कुछ समय लग सकता है। लेकिन टीम इंडिया की जर्सी के सामने ब्रांड लोगो की दृश्यता एक प्रीमियम स्लॉट बनी रहेगी, जो विभिन्न ब्रांड को आकर्षित करेगी।