इस साल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) शुरू होने से पहले से ही यह कयास लगाया जा रहा है महेंद्र सिंह धोनी का यह आखिरी सीजन होगा। अटकलों का बाजार इसलिए भी गर्म है क्योंकि इस साल टूर्नामेंट शुरू होने से एक दिन पहले ही चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के कप्तान धोनी ने कप्तानी की बागडोर टीम के युवा खिलाड़ी ऋतुराज गायकवाड़ को सौंप दी, जिससे लोगों को लगा कि धोनी अब संन्यास ले लेंगे। मगर ब्रांड जानकारों को बिल्कुल नहीं लगता कि बतौर सेलिब्रिटी धोनी का सफर खत्म होने वाला है। उन्हें यकीन है कि क्रिकेट के मैदान को पूरी तरह अलविदा कहने के बाद भी उनके पास बहुत कुछ रहेगा।
खबरों के मुताबिक धोनी संन्यास के बाद भी सीएसके के साथ जुड़े रहेंगे। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के जरिये सीएसके ने ऐलान किया था कि धोनी ने साल 2019 में टीम में आने वाले गायकवाड़ को कप्तानी सौंप दी है।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने सीएसके के मुख्य कार्य अधिकारी काशी विश्वनाथन के हवाले से कहा था, ‘धोनी जो भी करते हैं वह टीम हित में होता है। मुझे कप्तान के साथ मुलाकात से ठीक पहले इस फैसले के बारे में पता चला। फैसला उन्होंने खुद लिया है और हमें उसका सम्मान करना होगा।’
ब्रांड विशेषज्ञों का कहना है कि क्रिकेट छोड़ने के बाद भी धोनी की ब्रांड वैल्यू बरकरार रहेगी। थर्ड आईसाइट के संस्थापक ब्रांड विशेषज्ञ देवांशु दत्ता ने कहा, ‘उन्होंने काफी कुछ किया है और संन्यास लेने के बाद भी उनकी ब्रांड वैल्यू बनी रहेगी। वह संन्यास लेंगे तब भी कुछ नहीं बदलेगा।’
क्रोल की सेलिब्रिटी ब्रांड वैल्यूएशन रिपोर्ट के अनुसार साल 2022 में धोनी की ब्रांड वैल्यू 8.03 करोड़ डॉलर थी और वह दुनिया में छठे नंबर की सेलिब्रिटी थे। साल 2021 में वह पांचवें स्थान पर थे।
ब्रांड विशेषज्ञ मान रहे हैं कि धोनी की ब्रांड वैल्यू कम होगी, जो स्वाभाविक भी है। मगर वह रातोंरात एकदम कम नहीं हो जाएगी क्योंकि ब्रांड उनके साथ जुड़ना चाहेंगे। जानकारों का कहना है कि धोनी उन खिलाड़ियों में से हैं जो खेल को पूरी तरह से अलविदा कहने के बाद भी ब्रांड इक्विटी बनाना बरकरार रखेंगे।
भारतीय क्रिकेट टीम की लंबे समय तक कप्तानी कर चुका 42 साल का यह खिलाड़ी क्रिकेट के अलग-अलग प्रारूपों से धीरे-धीरे संन्यास ले चुका है। 15 अगस्त, 2020 की शाम 7.29 बजे उन्होंने सभी को चौंकाते हुए सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया था। उससे पहले 14 दिसंबर, 2014 को उन्होंने अचानक टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। ब्रांड विशेषज्ञों का कहना है कि उनका यह कदम भी उनके पक्ष में ही रहा और इससे उन्हें उनकी ब्रांड इक्विटी बरकरार रखने में मदद मिली और उनके ग्राफ में अचानक बड़ी गिरावट नहीं आई।
ब्रांड विशेषज्ञ संतोष देसाई का कहना है, ‘मुझे लगता है कि उनमें अब भी कुछ बाकी है।’ वह समझाते हैं कि धोनी का लोगों के साथ गहरा जुड़ाव है। देसाई मानते हैं कि धोनी की ब्रांड वैल्यू कम होगी मगर बहुत कम नहीं होगी।
ब्रांड इनसाइट्स फर्म टीआरए रिसर्च के मुख्य कार्य अधिकारी एन चंद्रमौलि मानते हैं कि धोनी ने बड़ी होशियारी के साथ निवेश किया है। वह कहते हैं, ‘धोनी का जलवा बरकरार रहेगा और ब्रांड उन्हें अपने साथ जोड़ना चाहेंगे। वह ऐसी हस्ती नहीं हैं जो आईपीएल से संन्यास लेने के बाद रातोरात अर्श से फर्श पर आ जाएंगे।’
वह समझाते हैं कि धोनी क्रिकेट तब छोड़ रहे हैं, जब उनका बेहतर प्रदर्शन जारी है। ऐसे में लोग उनसे यह भी पूछेंगे कि इस वक्त क्यों छोड़ रहे हैं। चंद्रमौलि का कहना है, ‘धोनी उन लोगों में से हैं, जिनकी अनूठी छाप है और वह ब्रांडों को लंबे अरसे तक लुभाते रहेंगे।’