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ऐसे ही नहीं हैं कोहली एक ‘विराट ब्रांड’

वर्ष 2017 से लेकर 2021 तक लगातार सात साल क्रॉल की ‘सेलेब्रिटी वैल्युएशन रिपोर्ट’ में शीर्ष पर रहे विराट कोहली

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अक्षरा श्रीवास्तव   
विशाल मेनन   
Last Updated- November 06, 2023 | 11:25 PM IST

विराट कोहली ब्रांडों के चहेते हैं। कुछ लोगों ने तो कोहली को एक ऐसा क्रिकेट खिलाड़ी बताया है जो किसी भी ब्रांड के साथ जुड़ जाएं तो उसे चमकते देर नहीं लगती है। वर्ष 2017 से लेकर 2021 तक लगातार सात साल वह क्रॉल की ‘सेलेब्रिटी वैल्युएशन रिपोर्ट’ में शीर्ष पर रहे। मगर 2022 में यह जगह अभिनेता रणवीर सिंह ने ले ली और कोहली दूसरे स्थान पर खिसक गए। 17.69 करोड़ डॉलर मूल्यांकन के साथ कोहली एक ऐसे ब्रांड बन गए हैं जिन्हें सभी सिर-आंखों पर रखते हैं।

क्रॉल इंडिया में निदेशक अविरल जैन कहते हैं, ‘एक ब्रांड की हैसियत से 2022 कोहली के लिए कठिन रहा। मैदान पर उनके खेल में निरंतरता नहीं दिखी जिसके कारण वह कभी टीम का हिस्सा रहे तो कभी नहीं।’

मगर अब वह दौर बीत चुका है और कोहली ने असाधारण प्रदर्शन के साथ अपनी वापसी की है। मौजूदा विश्व कप टूर्नामेंट और इससे पहले की प्रतियोगिताओं में कोहली ने धमाकेदार प्रदर्शन किया है।

ब्रांड सलाहकार समित सिन्हा का कहना है कि कोहली हमेशा अपनी एक खास पहचान के लिए जाने जाते रहे हैं। अल्केमिस्ट ब्रांड कंसल्टिंग के संस्थापक सिन्हा कहते हैं, ‘कोहली का व्यक्तिगत प्रदर्शन ही उनकी एक मात्र खूबी नहीं रही हैं। बेशक वह उम्दा खिलाड़ी हैं। उनके प्रदर्शन टीम के लिए भी फायदेमंद रहे हैं और यह बात भी उन्हें बेहद खास बनाती है। जब भी भारतीय क्रिकेट टीम को जरूरत हुई है कोहली ने अपने दम पर जीत दिलाई है।’

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सिन्हा ने कहा कि कोहली ने अपनी शुरुआत एक आक्रामक युवा के रूप में की थी और भारतीय टीम के साथ उनकी यह छवि फिट बैठ गई। दरअसल तब टीम को भी एक आक्रामक एवं मैच जिताने वाले चेहरे की तलाश थी। सिन्हा ने कहा, ‘अब कोहली पहले की तुलना में काफी परिपक्व हो गए हैं और स्वभाव भी सहज हो गया है।’

इन सभी खूबियों के साथ वह कई ब्रांड के लिए चहेते बन गए हैं। कोहली इस समय मिंत्रा, प्यूमा, एमआरएफ, ब्लू स्टार और खाद्य तेल वाल्वोलीन सहित 40 से अधिक ब्रांड के विज्ञापनों में नजर आते हैं।

जैन कहते हैं, ‘अगर कोहली के दमदार प्रदर्शन के बूते भारत विश्व कप जीतता है तो 2023 और उसके बाद भी एक ब्रांड के रूप में कोहली का परचम शिखर पर लहराएगा। कुछ ब्रांड तो उनके साथ इस साल पहले ही नए करार कर चुके हैं।’

फिर लौटे पुरानी रंगत में

विलक्षण प्रतिभा के धनी बल्लेबाज जब अपने रंग में होते हैं तो क्रिकेट के मैदान पर अद्भुत नजारा दिखता है। यह वह समय होता है जब मानो वक्त थम जाता है और ऐसे बल्लेबाजों को गेंद फुटबॉल जैसी दिखती है और उनके बल्ले के कड़े प्रहार से गेंद सीमा रेखा के बार पहुंचती रहती है।

पिच भी बल्लेबाज के पक्ष में हथियार डाल देती है और गेंदबाज चुपचाप बल्लेबाज के हाथों अपनी धुनाई का गवाह बनकर रह जाता है। इस साल क्रिकेट विश्व कप में विराट कोहली भी कुछ ऐसे ही रंग में दिख रहे हैं। वह रन बनाने की मशीन की तरह खेल रहे हैं। उनके बल्ले से रन तो निकल ही रहे हैं, वहीं वह एक के बाद एक कीर्तिमानों को भी धूल चटा रहे हैं। रविवार को कोहली 35 वर्ष के हो गए।

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कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स मैदान में कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच में एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में अपना 49वां शतक जड़ दिया और इसके साथ ही उन्होंने अपने आदर्श सचिन तेंडुलकर के शतकों की बराबरी कर ली। इस तरह कोहली ने अपने बेमिसाल करियर के ताज में एक और नगीना जोड़ लिया।

कोहली के करियर में एक ऐसा दौर भी आया था जब वह हताश और निराश लग रहे थे। यह बात जनवरी 2022 की थी जब अपनी पैनी बल्लेबाजी के लिए मशहूर कोहली थके-हारे और बेरंग नजर आ रहे थे।

दक्षिण अफ्रीका के दौरे के लिए टीम के चयन से महज कुछ ही घंटे पहले उन्हें एक दिवसीय मैचों की कप्तानी से हटा दिया गया। यह कोहली जैसे जांबाज खिलाड़ी के लिए किसी अपमान से कम नहीं था। बल्लेबाज के रूप में उनका फॉर्म भी खराब चल रहा था। उन्हें टेस्ट मैचों में आखिरी शतक लगाए हुए 26 महीने (नवंबर 2019) हो गए थे, जो उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ बनाया था।

जुलाई 2022 में कोहली ने यह कहकर सबको चौंका दिया कि वह क्रिकेट से कुछ समय दूर रहना चाह रहे हैं। यह सुनकर उनके प्रशंसकों को जैसे सांप सूंघ गया। दिल्ली ऐंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) के जिन लोगों ने कोहली को फिरोजशाह कोटला में किशोरावस्था में खेलते देखा था वह भी भौचक्के रह गए।

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पश्चिमी दिल्ली के रहने वाले कोहली अपने जीवन में कभी क्रिकेट से दूर नहीं रहे थे। अपने पिता के निधन के सदमे के बीच भी वह रणजी ट्रॉफी के मैच में बल्लेबाजी करने मैदान में उतरे थे। क्रिकेट से 42 दिन तक दूरी बनाने के दौरान उन्होंने आत्ममंथन किया और अपने मानसिक बल को दोबारा हासिल करने पर ध्यान दिया। स्टार स्पोर्ट्स को दिए एक साक्षात्कार में कोहली ने खुलासा किया कि उन्होंने क्रिकेट से कुछ दिनों तक दूर रहने का फैसला क्यों किया।

उन्होंने कहा, ‘पिछले 10 वर्षों में ऐसा पहली बार हुआ है जब मैंने पूरे महीने बल्ले को हाथ नहीं लगाया। जब मैंने इस बारे में सोचा तो महसूस किया कि उनके जीवन में अब तक ऐसा नहीं हुआ था।‘ इस साक्षात्कार में कोहली ने कहा कि सुपरहीरो की भी कुछ सीमाएं होती हैं और वे इनसे आगे नहीं जा सकते।

उन्होंने कहा, ‘मुझे एक ऐसे इंसान के तौर पर देखा गया है जो मानसिक रूप से बहुत मजबूत है। मैं हूं भी, मगर हरेक व्यक्ति की अपनी हद होती है और सभी को यह बात समझनी भी चाहिए। अगर यह बात नहीं समझी जाती है तब हालात और बिगड़ जाते हैं। इस अवधि ने मुझे काफी कुछ सिखाया। ये ऐसी चीजें थीं, जिन्हें मैं बाहर आने देने एवं महसूस करने से स्वयं को रोक रहा था।‘

क्रिकेट से इस अस्थायी दूरी के दौरान कोहली ने अपने परिवार एवं मित्रों के साथ समय बिताया। मगर वह अभ्यास सत्रों में लगातार जाते रहे जिससे उन्हें अपनी धार एवं शारीरिक चुस्ती-फुर्ती दोनों बरकरार रखने में मदद मिली।

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अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनकी वापसी भी कम नाटकीय नहीं रही। 2022 में आईसीसी वर्ल्ड टी20 टूर्नामेंट में मेलबर्न में पाकिस्तान के खिलाफ मैच में उन्होंने एक भारी भरकम स्कोर का पीछा करने में अहम भूमिका निभाई। इस मैच में उन्होंने 53 गेंद में 82 रन बनाए और अविजित रहे। जब भारत को आठ गेंदों में 28 रन की जरूरत थी तो उन्होंने पाकिस्तानी गेंदबाज हारिस रऊफ की गेंदों पर दो छक्के लगाए। इससे उनके प्रशंसक मंत्रमुग्ध हो गए। तब से कोहली ने पीछे मुड़कर नहीं देखा है। उनके चेहरे पर मुस्कान वापस लौट चुकी है।

कोहली के साथ अपने बचपन के दिन गुजारने वाले दिल्ली के पूर्व क्रिकेटर सर्वप्रीत सिंह ने कहा कि कठिन परिश्रम एवं दृढ़ निश्चय उनकी सफलता के कारण हैं। सिंह ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘हम अक्सर कहते रहते हैं कि कोहली प्रतिभावान हैं मगर उन्होंने अथक परिश्रम और लगातार बेहतर करने की प्रबल इच्छा से सफलता अर्जित की हैं।‘ सिंह ने कहा कि जब कोहली क्रिकेट से कुछ दिन तक दूर रहे थे तब भी उन्होंने अभ्यास सत्र जाना कभी नहीं छोड़ा।

उनकी शारीरिक चुस्ती-फुर्ती उन्हें अपना क्रिकेट करियर विशाल बनाने में मदद करती है। कोहली के समकालीन कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं। डीडीसीए के एक अधिकारी ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर बताया, ‘मैं जानता हूं कि कोहली 2028 में लॉस एंजलिस में आयोजित होने वाले ओलिंपिक में खेलना चाहते है। उस समय तक वह 40 के हो जाएंगे मगर वह बिल्कुल फिट रहेंगे।’

First Published : November 6, 2023 | 10:48 PM IST