आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। मंगलवार को विपक्षी INDIA गठबंधन ने पूर्व सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है। उनका मुकाबला एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन से होगा। यह चुनाव 9 सितंबर 2025 को आयोजित किया जाएगा।
79 वर्षीय बी. सुदर्शन रेड्डी भारत के न्यायपालिका में एक सम्मानित नाम हैं। वे सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश और गुवाहाटी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं।
न्यायमूर्ति रेड्डी उस्मानिया विश्वविद्यालय के विधिक सलाहकार और स्थायी वकील भी रह चुके हैं। सेवानिवृत्ति के बाद, मार्च 2013 में वे गोवा के पहले लोकायुक्त नियुक्त हुए, लेकिन निजी कारणों से सात महीने में ही पद से इस्तीफा दे दिया। वर्तमान में, वे हैदराबाद स्थित इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन एंड मेडिएशन सेंटर के बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज़ में सदस्य हैं।
यह निर्णय मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के निवास पर विपक्षी दलों की बैठक के बाद लिया गया। बैठक के बाद खड़गे ने कहा, “सभी विपक्षी दलों ने मिलकर एक साझा उम्मीदवार चुना है। यह लोकतंत्र और संविधान के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। बी. सुदर्शन रेड्डी गरु भारत के सबसे सम्मानित और प्रगतिशील न्यायविदों में से एक हैं। उनके फैसलों में गरीबों और वंचितों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता स्पष्ट रूप से झलकती है।” गठबंधन की ओर से 21 अगस्त को नामांकन पत्र दाखिल किया जाएगा।
इससे पहले रविवार को एनडीए ने महाराष्ट्र के राज्यपाल और आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी सी.पी. राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया था।
भारत का उपराष्ट्रपति संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) के निर्वाचित और मनोनीत सदस्यों द्वारा गुप्त मतदान (secret ballot) के माध्यम से चुना जाता है। यह पद देश में दूसरा सर्वोच्च संवैधानिक पद है, जो राज्यसभा के सभापति की भूमिका भी निभाता है।