पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के निगमबोध घाट पर शनिवार सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर किया जाएगा। शुक्रवार की शाम सरकार की तरफ से यह जानकारी दी गई। 92 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री का निधन गुरुवार की रात दिल्ली के एम्स में हो गया था।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय मंत्रिमंडल के मंत्रियों, राज्यों के मुख्यमंत्रियों, विभिन्न दलों के नेता और पार्टी कार्यकर्ताओं सहित विभिन्न वर्ग के लोगों ने पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी। दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री का पार्थिव शरीर उनके आवास पर रखा गया है।
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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि पूर्व प्रधानमंत्री का अंतिम संस्कार यमुना नदी के किनारे एक ऐसे स्थान पर किया जाए जहां बाद में उनका स्मारक बन सके। खरगे ने कहा कि यह आग्रह, राजनेताओं और पूर्व प्रधानमंत्रियों के अंतिम संस्कार स्थल पर ही उनका स्मारक बनाने की परंपरा को ध्यान में रखते हुए है किया जा रहा है।
हाल के वर्षों में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का अंतिम संस्कार 17 अगस्त 2018 को राजकीय सम्मान के साथ राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर किया गया था जो यमुना नदी के किनारे मौजूद है। बाद में मोदी ने राजघाट के नजदीक एक प्लॉट पर वाजपेयी का स्मारक ‘सदैव अटल’ बनवाया।
वर्ष 2013 में मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार ने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्रियों के लिए एक अलग स्मारक बनाने का फैसला किया और जगह के अभाव में राजघाट के पास एक सामान्य स्मारक स्थल,‘राष्ट्रीय स्मृति स्थल’ बनाने का फैसला किया।
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