उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश में पारंपरिक रूप से लोकप्रिय पर्यटन स्थलों के साथ ही पिछड़े जिलों के उपेक्षित धार्मिक स्थलों की कायाकल्प में जुटी है। प्रदेश सरकार की योजना इन स्थानों को पर्यटकों के लिए विकसित करने की है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पहली बार प्रदेश में श्रावस्ती, बलरामपुर, देवीपाटन और गोंडा जिलों के दर्शनीय स्थलों को पर्यटन के तौर पर विकसित करने का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। इन पिछड़े जिलों के धार्मिक स्थलों को विकसित कर यहां पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ युवाओं और यहां के व्यवसाय और शिल्पकलाओं को बढ़ावा देने के प्रयास शुरू हो गए हैं।
मुख्यमंत्री के निर्देशों पर बौद्ध सर्कि ट में श्रावस्ती, कपिलवस्तु और कुशीनगर और रामायण सर्किट में चित्रकूट एवं श्रृंगवेरपुर में पर्यटन सुविधाओं का विकास शुरू कर दिया गया है। योगी सरकार में ही गोरखपुर के रामगढ़ताल में वाटर स्पोर्ट्स की गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं जबकि पीलीभीत में टाइगर रिजर्व में पर्यटकों के लिए सुविधाएं विकसित की गई हैं।
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक बीते चार सालों से आयोजिक हो रहे अयोध्या दीपोत्सव ने लगातार दो वर्षों में गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड बनाया है जबकि मथुरा में कृष्णोत्सव, बरसाना में रंगोत्सव, वाराणसी में शिवरात्रि एवं देव दीपावली के आयोजन ने पर्यटकों को काफी तादाद में आकर्षित किया है। इसके साथ ही नैमिषारण्य तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद विंध्य तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद, शुक्रधाम तीर्थ विकास परिषद, चित्रकूट तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद और देवीपाटन तीर्थ विकास परिषद के गठन का भी अभूतपर्व कार्य सरकार ने अपने चार वर्षों में करके दिखाया है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में शक्तिपीठ सर्किट एवं आध्यात्मिक सर्किट से जुड़े स्थलों में विकास को रफ्तार दी गई है। योगी सरकार में पर्यटन को बढ़वा देने की रणनीति के तहत शक्तिपीठ सर्किट एवं आध्यात्मिक सर्किट से जुड़े स्थलों का विकास बहुत तेज गति से किया जा रहा है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का विकास भी इसमें शामिल है।
महाभारत सर्किट के अंतर्गत महाभारत से जुड़े स्थलों का विकास इसका उदाहरण बन गया है। जैन तथा सूफी सर्किट के तहत आगरा एवं फतेहपुर सीकरी में पर्यटन सुविधाओं भी 4 सालों में काफी बेहतर हो गई हैं। अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, नए होटल, गेस्ट हाउस के निर्माण के साथ ही विश्वस्तरीय रेलवे व बस स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है।