महाराष्ट्र में दुकानें खोलने पर आमादा

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 6:07 AM IST

महाराष्ट्र में कारोबारियों के एक धड़े ने कोविड-19 से जुड़ी पाबंदियों की परवाह किए बिना सोमवार से अपनी दुकानें खोलने की धमकी दी है। महाराष्ट्र चैंबर ऑफ कॉमर्स इंडस्ट्री ऐंड एग्रीकल्चर (एमएसीसीआईए) ने कारोबारियों से सोमवार से अपनी दुकानें खोलने का आह्वान किया है। एमएसीसीआईए राज्य में 800 से अधिक कारोबार एवं औद्योगिक संघों का प्रतिनिधित्व करता है। हालांकि कन्फे डरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) और फेडरेशन ऑफ रिटेल ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन (एफआरटीडब्ल्यूए) ने एमएसीसीआईए के निर्णय से पल्ला झाड़ लिया है।
रविवार को महाराष्ट्र सरकार ने मॉल, सिनेमाघर, बाजार और गैर-आवश्यक सेवाओं पर पाबंदी लगा दी थी। हालांकि  उद्योग जगत ने राज्य सरकार के इन कदमों का विरोध किया है। राज्य सरकार ने राज्य भर में साप्ताहांत में लॉकडाउन लगाने की भी घोषणा की है। औद्योगिक इकाइयों और होटल व्यावसायियों ने इन कदमों का विरोध किया है। बुधवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे विभिन्न औद्योगिक संगठनों के साथ बैठक कर उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया था। औद्योगिक इकाइयों का मानना है कि राज्य सरकार रविवार को कुछ ढील देने की घोषणा कर सकती है।
एमएसीसीआईए के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ललित गांधी ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि राज्य सरकार पाबंदियों में कुछ ढील दे सकती है। हालांकि हमने सरकार की घोषणा से इतर अपनी दुकानें खोलने का निर्णय लिया है। गुरुवार को सभी व्यापारी संगठनों की बैठक हुई थी और सभी ने एकमत होकर सोमवार से अपनी दुकानें खोलने का निर्णय लिया है।’ गांधी ने कहा कि आगामी त्योहारों को देखते हुए बड़ी मात्रा में सामान मंगा कर रखे हैं और अगर उनका कारोबार ठप रहा तो उन्हें तगड़ा नुकसान होगा। गांधी ने कहा, ‘पिछले साल भी हमें नुकसान हुआ था। हम दोबारा नुकसान झेलने की हालत में नहीं हैं। सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रखने का कोई आधार नजर नहीं आ रहा है। आखिर, सरकार कब तक कारोबार करने पर पाबंदी लगाएगी।’ दूसरे कारोबारी संगठनों का रुख थोड़ा नरम है और उनका कहना है कि एमसीसीआईए कारोबारियों को गुमराह कर रहा है। उनके अनुसार दुकाने खोलने का निर्णय राजनीति से प्रेरित है।

First Published : April 9, 2021 | 11:41 PM IST