कोरोना की चेन तोडऩे के लिए उत्तर प्रदेश में सख्ती बढ़ाते हुए हर रविवार को पूरी तरह से लॉकडाउन लगाने के साथ ही बिना मास्क पकड़े जाने पर जुर्माना बढ़ाकर 1,000 रुपये कर दिया गया है। बिना मास्क दोबारा पकड़े जाने पर 10 गुना अधिक जुर्माना देना होगा। प्रदेश में ताज, आगरा फोर्ट, लखनऊ में इमामबाड़ा सहित वाराणसी के सभी ऐतिहासिक धरोहरों को पर्यटकों के लिए 15 मई तक बंद कर दिया गया है। प्रदेश भर के सभी अस्पतालों में ओपीडी को बंद करते हुए सिर्फ कोविड का उपचार किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए लखनऊ में 5,000 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की गई है।
इसके साथ ही लखनऊ के व्यापारी संगठनों ने राजधानी में बाजारों को बंद करने का दायरा बढ़ा दिया है। शुक्रवार को लखनऊ में सभी प्रमुख बाजार बंद रहे। ज्यादातर बाजारों ने संक्रमण की चेन तोडऩे के लिए खुद ही पहल करते हुए बंदी को तीन दिन से बढ़ाकर पांच दिन कर दिया है। व्यापार संगठनों की अपील पर शुक्रवार को राजधानी लखनऊ में 100 से अधिक बाजार बंद रहे।
प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कुल 27,426 संक्रमण के मामले सामने आए हैं। इनमें लखनऊ में 6,598, प्रयागराज में 1,758, वाराणसी में 2,344 और कानपुर में 1,403 मामले सामने आए हैं। प्रदेश में बीते दिन में कुल 22,3307 लोगों की कोरोना जांच की गई है। प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 103 लोगों की संक्रमण से मौत हुई जिनमें 35 लखनऊ में हुई है।
कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए शुक्रवार को वरिष्ठ अधिकारियों की गठित टीम 11 की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लखनऊ के केजीएमयू और बलरामपुर हॉस्पिटल को अगले 24 घंटे की अवधि में डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में परिवर्तित कर संचालित किया जाना है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री इस महत्त्वपूर्ण कार्य की मॉनीटरिंग करेंगे। इन दो नए डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के संचालन से लखनऊ में लगभग 4,000 बेड का विस्तार होगा। दोनों मंत्री यह सुनिश्चित करेंगे कि इन अस्पतालों में कोविड मरीजों के इलाज से जुड़े सभी आवश्यक चिकित्सा प्रबंध उपलब्ध हो जाएं। इसके साथ ही लखनऊ में डिफेंस एक्सपो आयोजन स्थल पर डीआरडीओ के सहयोग से बहुत ही जल्दी सभी सुविधाओं से लैस 1,000 बेड का नया कोविड हॉस्पिटल बनाया जाएगा। इसके क्रियाशील होने के साथ ही लखनऊ में कोविड मरीजों के लिए 5,000 अतिरिक्त बेड उपलब्ध हो जाएंगे। सरकार की ओर से संचालित सेवा डायल 108 की आधी ऐंबुलेंस केवल कोविड मरीजों के इस्तेमाल में लाई जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड जांच के लिए सरकारी और निजी प्रयोगशालाएं पूरी क्षमता के साथ काम करें। कोविड जांच के लिए शासन स्तर पर दरें भी तय की जा चुकी हैं। जिला प्रशासन क्वालिटी कंट्रोल के साथ इन व्यवस्थाओं को लागू किया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों ओपीडी सेवाएं स्थगित रखी जाए। इस समय भीड़ संक्रमण को बढ़ाने वाला हो सकता है। ओपीडी सेवाओं के लिए टेलीकंसल्टेशन को बढ़ावा दिया जाए। सरकारी अस्पतालों में केवल आपातकालीन सेवाएं ही संचालित हों।