देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोरोनावायरस से हालात इस कदर बेकाबू हो गए हैं कि लोगों को अब अस्पतालों में बेड मिलना मुश्किल हो चुका है। अस्पतालों में जगह नहीं बची है जिसे देखते हुए राज्य सरकार और वृह्नमुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने पांच सितारा होटलों को कोविंड सेंटर में तब्दील करने का फैसला लिया है। मामूली संक्रमण वाले कोरोना मरीजों का इलाज इन होटलों में अस्पताल कर सकेंगे।
बीएमसी ने बताया कि महाराष्ट्र सरकार ने पांच सितारा होटलों को कोविड सेंटर में बदल दिया है। इन होटलों को निजी अस्पतालों के तौर पर इस्तेमाल करने की मंजूरी मिली है। दोनों होटलों में कुल 42 बेड कोरोना मरीजों के लिए रखे गए हैं। मरीन ड्राइव में इंटरकॉन्टिनेंटल होटल में 22 और बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में ट्राइडेंट होटल में 20 बेड का कोविड अस्पताल तैयार किया गया है। बीएमसी प्रमुख इकबाल सिंह चहल ने कहा कि मुंबई में कोरोना की वजह से अस्पतालों में बेड को लेकर थोड़ी बहुत समस्या है। ऐसे में राज्य सरकार ने चार सितारा और पांच सितारा होटलों को खाली कराकर कोरोना मरीजों को भर्ती कराने का फैसला किया है।
बीएमसी के अनुसार जिन होटलों को कोविड अस्पताल में बदला जाएगा, उनमें कम से कम 20 कमरे कोविड मरीजों के लिए आरक्षित किए जाएंगे। इनमें 24 घंटे मेडिकल सुविधा उपलब्ध होगी, जहां डॉक्टर, नर्स, मेडिसन और ऐंबुलेंस की सुविधाएं भी होंगी । जिन मरीजों को इसमें रखा जाएगा उनसे अस्पताल इन सुविधाओं के लिए अधिकतम 4,000 रुपये ले सकेंगे जबकि कमरे का किराया 6,000 रुपये होगा। बिना लक्षण वाले कोविड के मरीज भी इन सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।
होटलों को अस्पताल में बदलने की नीति को होटल उद्योग के लोग महामारी के समय महज मदद करने वाला करार दे रहे हैं। होटल ऐंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया (एचआरएडब्ल्यूआई) कहते हैं कि होटल में जब कोरोना संक्रमित मरीज रखा जाएगा तो सब कुछ अस्पताल की तरह करना होगा, पूरे स्टॉफ को ट्रेनिंग व दूसरे मेडिकल खर्च भी वहन करने होंगे। होटल मालिकों का कहना है कि इस बार कोरोना संक्रमितों को रखा जा रहा है जो उस होटल के कारोबार को लंबे समय तक प्रभावित कर सकता है। महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में 58,952 मामले सामने आ चुके हैं और 278 लोगों की मौत हुई है। राज्य में कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 6 लाख 12 हजार 70 तक पहुंच चुकी है। पिछले 24 घंटों मुंबई में भी कोरोना के 9,931 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 54 लोगों की मौत दर्ज की गई है।