facebookmetapixel
Bihar चुनाव के बाद लालू परिवार में भूचाल, बेटी रोहिणी ने राजनीति और परिवार दोनों को कहा ‘अलविदा’1250% का तगड़ा डिविडेंड! अंडरवियर बनाने वाली कंपनी ने निवेशकों पर लुटाया प्यार, रिकॉर्ड डेट अगले हफ्ते₹4 करोड़ कम, लेकिन RR चुना! जानिए क्यों Jadeja ने CSK को कहा अलविदा75% का तगड़ा डिविडेंड! फॉर्मा कंपनी का निवेशकों को बड़ा तोहफा, रिकॉर्ड डेट अगले हफ्ते25 की उम्र में रचा इतिहास! मैथिली ठाकुर बनीं बिहार की सबसे कम उम्र की MLA; जानें पिछले युवा विजेताओं की लिस्टDividend Stocks: अगले हफ्ते 50 से अधिक कंपनियां बाटेंगी डिविडेंड, शेयधारकों को मिलेगा अतिरिक्त मुनाफाBonus Stocks: हर एक पर पांच शेयर फ्री! ऑटो सेक्टर से जुड़ी कंपनी का निवेशकों को गिफ्ट, रिकॉर्ड डेट फिक्सBihar Election Results: महागठबंधन की उम्मीदें क्यों टूटीं, NDA ने डबल सेंचुरी कैसे बनाई?इंडिगो 25 दिसंबर से नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 10 शहरों के लिए शुरू करेगी घरेलू उड़ानेंDelhi Weather Update: सावधान! दिल्ली-NCR में जहरीली हवा का कहर, IMD ने कोल्ड-वेव अलर्ट जारी किया

उत्तर प्रदेश में दिखी बजट की ‘माया’

Last Updated- December 10, 2022 | 1:00 AM IST

उत्तर प्रदेश सरकार शुक्रवार को विधानसभा में वर्ष 2009-10 का बजट पेश करते हुए भारी भरकम राजकोषीय घाटे और राजस्व बढ़ाने के उपायों से जूझती नजर आयी।
अफसरों ने हालांकि अपनी बाजीगरी से बजट के घाटे को छुपाने की हर संभव कोशिश की पर अंत में सरकार को कहना पड़ा कि लोक लेखों से समायोजन के बाद ही घाटे से पैदा होना वाली हालात संभलेगी।
उत्तर प्रदेश सरकार ने 1,33,596.98 करोड़ रुपये का भारी भरकम बजट पेश किया है जबकि राजकोषीय घाटा 23,298.69 करोड़ रुपये का अनुमानित है। मुख्यमंत्री मायावती ने इस साल भी बजट पेश करते हुए अपने सोशल इंजीनियरिंग फॉर्मूले का पूरा ध्यान रखा है।
बजट में नयी योजनाओं के लिए 4,662.41 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इन योजनाओं में ज्यादातर शहरी गरीबों, महिलाओं और बालिकाओं के लिए है। वार्षिक बजट के साथ ही माया सरकार ने 4897.62 करोड़ रुपये की पूरक अनुदान मांगे भी रखी हैं।
राजधानी में प्रतिमाओं को लगवाने को लेकर लगातार विपक्ष की आलोचनाएं झेल रही मायावती ने इस साल भी इस मद में 103 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रस्ताव रखा है।
सरकार ने छठे वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने के बाद बढ़े खर्च को पूरा करने के लिए करीब 3,600 करोड़ रुपए और कांशीराम और अन्य दलितों के नाम पर शुरु की गयी योजनाओं के लिए 1,200 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।

First Published - February 13, 2009 | 9:14 PM IST

संबंधित पोस्ट