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बीएमसी चुनाव में भाजपा-मनसे गठबंधन की अटकलें तेज

Last Updated- December 11, 2022 | 11:19 PM IST

महाराष्ट्र में शिवसेना का साथ छूटने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अब नए सिरे से गठबंधन साथी की तलाश शुरू कर दी है। शिवसेना के विकल्प के रूप में भाजपा महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) को तैयार करने में जुट गई है। इसी कड़ी में भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे से मुलाकात की। हालांकि भाजपा इसे महज औपचारिक मुलाकात बता रही है लेकिन राजनीतिक गलियारों में इस मुलाकात को बीएमसी चुनाव में दोनों दलों के बीच होने वाले गठबंधन के तौर पर देखा जा रहा है।
अगले साल होने वाले बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव की तैयारी राजनीतिक दलों की तरफ से शुरू कर दी गई है। ऐसे समय में फडणवीस और राज की मुलाकात ने राजनीतिक गलियारों में दोनों दलों के बीच गठबंधन की अटकलों को तेज कर दिया है। फडणवीस और उनकी पत्नी अमृता ने राज ठाकरे और उनकी पत्नी शर्मिला से उनके नए आवास ‘शिवतीर्थ’ में मुलाकात की। भाजपा पदाधिकारियों ने इसे सौहार्दपूर्ण पारिवारिक मुलाकात बताया है जबकि राजनीतिक पर्यवेक्षक इसे महानगपालिका चुनाव के मद्देनजर अहम करार दे रहे हैं। 2014 से 2019 के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान फडणवीस ने राज ठाकरे के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखे थे।
2019 में शिवसेना और भाजपा का 30 साल पुराना गठबंधन टूट गया था। शिवसेना को छोडऩे के बाद भाजपा नए सहयोगियों के साथ गठबंधन के विकल्प को तलाश रही है। ऐसे में फडणवीस और राज ठाकरे की मुलाकात एक बार फिर से गठबंधन की हवा को जोर दे सकती है। इस गठबंधन का पहला प्रयोग मुंबई नगर निगम चुनाव में किया जा सकता है। 2017 के बीएमसी चुनाव में भाजपा ने मुंबई में शिवसेना के गढ़ में 82 सीटों पर जीत हासिल की थी। हालांकि, शिवसेना ने 84 सीटें जीतकर सत्ता अपने हाथ में रखी। भाजपा की नजर अब शिवसेना से यह जीत छीनने की है, जो पिछले तीन दशकों से महानगरपालिका पर शासन कर रही है। पिछले बीएमसी चुनाव में कांग्रेस 31 सीटों पर जीत हासिल कर तीसरे स्थान पर रही थी। वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और मनसे को क्रमश: 9 और 7 सीटें मिली थीं। बाद में उस साल, मनसे के 7 पार्षदों में से 6 ने शिवसेना का दामन थाम लिया था, जिसकी वजह से पार्टी को भाजपा पर बढ़त मिल गई थी।
राज ठाकरे 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगातार हमलावर थे लेकिन 2020 में उन्होंने पार्टी के नए भगवा झंडे का अनावरण किया और पाकिस्तानी और बांग्लादेशी ‘घुसपैठियों’ को बाहर करने समेत अन्य मुद्दों पर राजग को समर्थन की घोषणा करते हुए मुखर हिंदुत्व की तरफ अपने रुख का संकेत दिया। भाजपा के प्रदेश प्रमुख चंद्रकांत पाटिल, आशीष शेलार और प्रसाद लाड समेत पार्टी के कई नेता भी पिछले कुछ महीनों में राज ठाकरे से मुलाकात कर चुके हैं।
 

First Published - November 24, 2021 | 11:51 PM IST

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