रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड अपने प्रस्तावित विश्वविद्यालय के लिए वडोदरा में 800 एकड़ जमीन अधिग्रहण करने जा रही है। सुनने में आया है कि समूह ने जासपुर में 800 एकड़ जमीन की पहचान की है। यह जमीन खेती वाली है।
पूरे मामले से करीब से जुड़े सूत्रों ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि ‘सरकार आरआईएल को सैद्धान्तिक तौर पर जमीन आवंटित करने के लिए तैयार है। हालांकि, राज्य सरकार ने अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं किया है।’ कंपनी के अधिकारियों ने हालांकि यह नहीं बताया है कि जमीन के लिए कितनी कीमत चुकाई जा रही है लेकिन सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार शैक्षणिक कार्यो के लिए दी जाने वाली जमीन पर 50 प्रतिशत की सब्सिडी देती है।
कारोबारियों का मानना है कि पूरा सौदा करीब 50 करोड़ रुपये का हो सकता है। उल्लेखनीय है कि शुरूआत में रिलायंस ने अहमदाबाद और गांधीनगर के बीच किसी स्थान पर विश्वविद्यालय की स्थापना करने की इच्छा जताई थी। हालांकि इस इलाके में जमीन की महंगी कीमत को देखते हुए फैसले को बदल दिया गया है।
प्रस्तावित विश्वविद्यालय से हर साल करीब 10,000 स्नातक तैयार होने का अनुमान है। इस संस्थाना में प्रबंधन और सूचना प्रौद्योगिकी के अलावा कई अन्य कोर्सो की शिक्षा भी दी जाएगी। सूत्रों ने बताया कि विश्वविद्यालय का कम से कम दो विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ गठजोड़ करेगा। अंबानी इससे पहले गुजरात में दो संस्थानों की स्थापना कर चुके हैं। ये संस्थान मुद्रा इंस्टीच्युट ऑफ कम्युनिकेशंस, अहमदाबाद (एमआईसीए) और गांधीनगर स्थित धीरूभाई अंबानी इंस्टीच्युट आफ इनफारमेशन एंड कम्युनिकेंशन टेक्नोलॉजी हैं। यह दोनों संस्थान छोटे भाई अनिल अंबानी के स्वामित्व में हैं।
गुजरात देश के सर्वाधिक औद्योगिकृत राज्यों में एक है और यहां प्रशिक्षित कामगारों की काफी कमी है। राज्य सरकार ने कुशल कामगारों की संख्या बढ़ाने के लिए कई नई संस्थान और विश्वविद्यालयों की स्थापना करने की घोषणा की है।
