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उत्तराखंड की वादियों में रेल की तैयारी

Last Updated- December 07, 2022 | 11:07 PM IST

उत्तराखंड में ढांचागत क्षेत्र के विकास की दिशा में एक बड़े कदम के तहत भारतीय रेल ऋषिकेश से पर्वतीय कस्बे कर्णप्रयाग तक रेल लाइन बिछाने की योजना बना रही है।


इसके अलावा रेल मार्ग के जरिए देहरादून को हिमाचल प्रदेश के कलसी क्षेत्र से जोड़ने की भी योजना है। अधिकारियों ने बताया है कि इसके लिए विभाग नए सिरे से सर्वेक्षण करा रहा है। गढ़वाल क्षेत्र में पड़ने वाला ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलमार्ग 126 किलोमीटर लंबा है और इसके सर्वेक्षण का करीब 60 से 70 प्रतिशत तक काम पूरा हो चुका है।

पूरी परियोजना की लागत 1,372 करोड़ रुपये है। अधिकारियों ने बताया कि सर्वेक्षण का बाकी काम अगले दो महीनों के दौरान पूरा हो जाएगा। ऋषिकेश – देवप्रयाग- श्रीनगर- कर्णप्रयाग रेल लाइन गंगा और अलकनंदा नदियों के साथ साथ बिछाई जाएगी। विभाग का इरादा कर्णप्रयाग से ऋषिकेश तक एक ब्राड गेज लाइन बिछाने का है।

शीर्ष अधिकारियों ने रेलवे के इस कदम को एक बड़ा फैसला बताया है। इससे उत्तराखंड में स्थानीय ढांचागत विकास को बढ़ावा मिलेगा। उल्लेखनीय है कि राज्य में खासतौर से मानसून के दौरान संड़क संपर्क काफी खराब हो जाता है। अधिकारियों ने बताया कि ‘इस फैसले से राज्य में पर्यटन के विकास में काफी सहायता मिलेगी।’

देहरादून- कलसी मार्ग पर सर्वेक्षण का काम एक महीने के भीतर खत्म होने का अनुमान है। इस रूट पर कुल दूरी 50 किलोमीटर होगी और परियोजना की कुल लागत का अभी आकलन किया जा रहा है। इसके अलावा रेलवे ने लक्सर- हरिद्वार- देहरादून रेल रूट पर दोहरी लाइन बिछाने की योजना भी बनाई है। इस रूट पर ओवरब्रिज का निर्माण भी किया जाएगा।

First Published - October 9, 2008 | 10:02 PM IST

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