पुतिन ने मोदी से फोन पर की बात, अलास्का बैठक के बारे में दी जानकारी

इससे पहले 7 अगस्त को भारत द्वारा रूसी कच्चे तेल की खरीद पर अमेरिका द्वारा 25 अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा के अगले दिन 8 अगस्त को दोनों नेताओं ने हालात पर चर्चा की थी।

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अर्चिस मोहन   
Last Updated- August 18, 2025 | 11:02 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन में सोमवार को फोन पर बातचीत हुई। दोनों नेताओं ने बदलते वैश्विक परिदृश्य पर बातचीत की और लगातार संपर्क में बने रहने पर सहमति जताई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें अपने ‘मित्र’ रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन का फोन आया, जिन्होंने उन्हें अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के साथ हुई हालिया बैठक के बारे में जानकारी दी। दोनों नेताओं ने संपर्क में बने रहने पर सहमत व्यक्त की।

हाल के हफ्तों में केंद्र सरकार और ट्रंप प्रशासन के शीर्ष स्तरों पर बातचीत में गतिरोध के बीच यह दूसरा अवसर है जब मोदी और पुतिन ने बातचीत की है। इससे पहले 7 अगस्त को भारत द्वारा रूसी कच्चे तेल की खरीद पर अमेरिका द्वारा 25 अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा के अगले दिन 8 अगस्त को दोनों नेताओं ने हालात पर चर्चा की थी। इसमें दोनों ने ‘भारत और रूस के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई।’

मोदी और पुतिन 31 अगस्त और 1 सितंबर को उत्तरी चीनी शहर थ्यानचिन में शांघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के मौके पर द्विपक्षीय बैठक करने वाले हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर भी 21 अगस्त को रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मास्को में मिलेंगे।

अलास्का शिखर सम्मेलन के नतीजों के बारे में जानकारी देने के लिए पुतिन ने पिछले 24 घंटों में उन देशों के नेताओं को फोन किया है, जिन्हें रूस अपना सहयोगी मानता है। रविवार को पुतिन ने बेलारूस, कजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपतियों के साथ फोन पर बात की। इसके बाद सोमवार को उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा और भारत के प्रधानमंत्री मोदी को फोन किया।

प्रधानमंत्री के सोशल मीडिया पोस्ट के शब्दों ने भी रूस-भारत संबंधों और रूसी राष्ट्रपति के साथ अपने घनिष्ठ व्यक्तिगत संबंधों को खुलकर व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘मेरे मित्र, राष्ट्रपति पुतिन को उनके फोन कॉल और अलास्का में राष्ट्रपति ट्रंप के साथ हुई उनकी हालिया बैठक पर जानकारी साझा करने के लिए धन्यवाद।’ मोदी ने कहा, ‘मैं आने वाले दिनों में निरंतर आपसी संवाद के लिए उत्सुक हूं।’

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में कहा कि पुतिन ने अलास्का में ट्रंप के साथ अपनी बैठक के बारे में जानकारी साझा की।’ इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी ने रूस-यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत के रुख को रेखांकित किया और इस संबंध में सभी प्रयासों के लिए भारत के समर्थन को दोहराया। पुतिन इस साल के अंत में 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए भारत आने वाले हैं। विदेश मंत्रालय ने शनिवार को अलास्का शिखर सम्मेलन का स्वागत किया और यूक्रेन में शांति लाने की पहल के लिए पुतिन और ट्रंप की सराहना की।

जेलेंस्की और उनके यूरोपीय सहयोगी वाशिंगटन पहुंचे

इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमिर जेलेंस्की और उनके यूरोपीय सहयोगी सोमवार को वाशिंगटन पहुंचे ताकि अमेरिकी राष्ट्रपति उन्हें अलास्का शिखर सम्मेलन के बारे में जानकारी दे सकें और पुतिन के साथ उन्होंने जिस संभावित शांति समझौते पर चर्चा की है, उसके नियमों पर चर्चा कर सकें।

भारत पर दबाव बनाने के लिए अमेरिका के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो ने फाइनैंशियल टाइम्स में कॉलम में लिखा कि यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से भारत द्वारा रूसी तेल की खरीद में नाटकीय वृद्धि अवसरवादी और क्रेमलिन को अलग-थलग करने और पुतिन की युद्ध रणनीति पर अंकुश लगाने के वैश्विक प्रयास को भारी नुकसान पहुंचाने वाली है। उन्होंने लिखा, ‘अमेरिकी उपभोक्ता भारतीय सामान खरीदते हैं। भारत उन डॉलर का उपयोग रियायती रूसी कच्चा तेल खरीदने के लिए करता है।’

First Published : August 18, 2025 | 10:19 PM IST