उत्तर प्रदेश में धान की खरीद पूरे जोरों पर है और सरकार 2008-09 के खरीफ सत्र के दौरान 3.4 लाख टन धान खरीद चुकी है।
उल्लेखनीय है कि खरीफ सत्र के दौरान 26 लाख टन धान खरीदने का लक्ष्य तय किया गया है। राज्य में धान की खरीद 1 अक्टूबर से शुरू हुई थी और यह फरवरी 2009 तक जारी रहेगी।
उत्तर प्रदेश खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग के मुख्य विपणन अधिकारी (सीएमओ) महबूब हसन खान ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि धान खरीद के लिए तय 26 लाख टन के लक्ष्य में राज्य सरकार की एजेंसियां और भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) की हिस्सेदारी क्रमश: 18 लाख टन और 8 लाख टन होगी।
उन्होंने बताया कि ‘राज्य एजेंसियों और एफसीआई ने धान की खरीद के लिए क्रमश: 1,979 और 302 खरीद केंद्र खोले हैं।’ बीते साल उत्तर प्रदेश ने खरीफ सत्र के दौरान 22.5 लाख टन धान खरीदा था जबकि इस दौरान 18 लाख टन धान खरीदने का लक्ष्य तय किया गया था।
इस बीच सरकार ने इस साल भी धान की खरीद में तेजी लाने के लिए एजेंटों को नियुक्ति किया है। इन एजेंटों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 1.5 प्रतिशत का कमीशन दिया जा रहा है। पचास रुपये के बोनस को मिलाने के बाद एमएसपी 900 रुपये है। उत्तर प्रदेश में इन एजेंटों की संख्या 4,800 है। चालू सत्र के दौरान 60 लाख हेक्टेयर जमीन पर धान की खेती की गई है।
वर्ष 2007-08 में 57 लाख हेक्टेयर क्षेत्र पर धान की खेती की गई थी और उत्पादन करीब 117 लाख टन रहा था। राज्य के कृषि निदेशक आर आर वर्मा ने बताया कि ‘हमें विभिन्न हिस्सों से लगातार आंकड़े मिल रहे हैं और इस सत्र के दौरान धान की पैदावार का अनुमान 30 नवंबर तक ही लगाया जा सकेगा।’
पंजाब में 130 लाख टन धान की खरीद पूरी
पंजाब में छह सरकारी एजेंसियों ने अभी तक करीब 130 लाख टन धान की खरीद पूरी कर ली है। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया है कि पुनग्रेन ने 35.62 लाख टन धान खरीदा है। यह कुल खरीद का 29.9 प्रतिशत है। दूसरी ओर 27.4 लाख टन के साथ मार्कफेड की धान खरीद में 23 प्रतिशत हिस्सेदारी है। पुनसुप ने 26.82 लाख टन (22.5 प्रतिशत) धान खरीदा है।
पंजाब राज्य वेयरहाउसिंग निगम ने 14.84 लाख टन धान (12.4 प्रतिशत), पंजाब एग्रो ने 12.5 लाख टन धान (10.5 प्रतिशत) और एफसीआई ने 2.05 लाख टन धान (1.7 प्रतिशत) खरीदा है। मिलर्स ने अभी तक 10 लाख टन धान खरीदा है। आने वाले दिनों में खरीद में और तेजी आने का अनुमान है।