मंदी के दौर में भी अपने लिए जगह बनाने को ही असल प्रबंधन कहते हैं और लखनऊ के दर्जनों मैनेजमेंट छात्र इस कसौटी पर खरे उतरे हैं।
चुनाव जहां एक ओर सारे विकास के काम और नई परियोजनाओं को रोक देता है वहीं लखनऊ के कई एमबीए छात्रों ने चुनाव को ही अपने समर प्लेसमेंट का जरिया बना डाला। राजनीतिक दलों ने भी मैनेजमेंट के पासआउट और छात्रों को हाथों-हाथ लिया है और उन्हें बड़ी जिम्मेदारी निभाने को दी है।
मिसाल के तौर पर आईआईएम लखनऊ के छात्र अन्नामलाई समर प्लेसमेंट के लिए मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु के किसी कॉरपोरेट घराने के ठंडे केबिन में समय बिताने की बजाय तमिलनाडु के गांवों की खाक छानने निकल पड़े। अन्ना ने समर प्लेसमेंट के लिए तमिलनाडु की राजनीतिक पार्टी डीएमडीके को चुना जिसके नेता दक्षिण के सुपरस्टार विजयकांत हैं।
अन्ना ने तमिलनाडु के दक्षिण के इलाकों में मतदाताओं का रुझान जानने के लिए एक सर्वे किया। कुछ इसी तरह लखनऊ विश्वविद्यालय के एमबीए खुशहाल भार्गव ने अपनी सारी प्रबंधन क्षमता का इस्तेमाल इस बार मोहनलालगंज से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार रंजन चौधरी को चुनाव लड़ाने में किया है। खुशहाल भार्गव भाजपा के लिए पर्दे के पीछे से चुनाव के प्रबंधन में भी जुटे हैं।
दून स्कूल से निकले और पढ़ाई-लिखाई के क्षेत्र में सक्रिय राजीव बख्शी ने इसी चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रीता बहुगुणा जोशी के लिए खूब पसीना बहाया है। आईआईएम लखनऊ के पासआउट वैभव इस समय फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी के खास सलाहकारों में से एक हैं।