दिल्ली में कोरोना संक्रमितों के मामले अब बढऩे लगे हैं। कोरोना के नए स्वरूप ओमीक्रोन के मामले भी बढ़ रहे हैं। ऐसे में दिल्ली सरकार ने अब सभी कोरोना संक्रमित मामलों की जीनोम सिक्वेंसिंग कराने का निर्णय लिया है। अभी तक हवाई अड्डे पर मिलने कोरोना संक्रमितों की ही जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जा रही थी। सरकार होम आइसोलेशन व्यवस्था को और सुदृढ़ करेगी, क्योंकि ओमीक्रोन के मामले तेजी से बढऩे की आशंका है और ज्यादातर मामलों का इलाज घर पर ही संभव है। बढ़ते कोरोना मामलों के मद्देनजर सोमवार को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण डीडीएमए की बैठक हुई। दिल्ली में ओमीक्रोन मामलों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है। इनमें 12 ओमीक्रोन पीडि़तों का इलाज हो चुका है। बाकी का इलाज चल रहा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि डीडीएमए की बैठक में ओमीक्रोन का कितना असर हो सकता है, इससे क्या-क्या समस्याएं हो सकती हैं, इसको रोकने के लिए क्या क्या कदम उठाने हैं आदि मुद्दों पर विशेषज्ञों से चर्चा हुई। बैठक में विशेषज्ञों ने बताया कि ओमीक्रोन ज्यादा खतरनाक नहीं है। लेकिन यह फैलता बहुत तेजी से है। इसके लक्षण बहुत ही हल्के हैं और पीडि़तों को अस्पताल में भर्ती करने की कम जरूरत पड़ती है। केजरीवाल ने कहा कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार ने इससे निपटने के लिए अस्पताल, दवा, ऑक्सीजन आदि की पूरी व्यवस्था कर ली है। ओमीक्रोन में सबसे ज्यादा जरूरत होम आइसोलेशन की पडऩे वाली है। इसलिए इस व्यवस्था को और मजबूत व सुदृढ़ किया जाएगा, क्योंकि ज्यादातर मामलों का इलाज घर पर ही संभव है।
केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली मंत्रिमंडल ने फैसला लिया है कि दिल्ली सरकार एक ‘टीचर्स यूनिवर्सिटी’ बनाने जा रही है, जिसके जरिये नई जेनरेशन के टीचर तैयार होंगे। 2022-23 सत्र में इसके एडमिशन शुरू होंगे। इसे अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ मिलकर चलाया जाएगा। मंत्रिमंडल ने यह भी निर्णय लिया है कि कोरोना काल से अब तक जो मुफ्त राशन योजना के तहत राशन दिया जा रहा था, उसकी समय सीमा छह महीने के लिए बढ़ाकर 31 मई, 2022 तक कर दी गई है।
