उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में यमुना नदी के बाद अब बलिया और गाजीपुर जिलों में गंगा नदी के तट पर कई शव मिलने से सनसनी फैल गई और दहशतजदा लोगों द्वारा संदेह भी जताया जा रहा है कि यह कोविड-19 से जान गंवाने वालों की लाशें हैं। बलिया की जिलाधिकारी अदिति सिंह ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा है कि नरही थाना क्षेत्र के बलिया-बक्सर पुल के नीचे गंगा नदी में सोमवार को कुछ पुराने अज्ञात क्षत-विक्षत शव देखे गए। उन्होंने कहा कि उपजिलाधिकारी (सदर) एवं क्षेत्राधिकारी (सदर) द्वारा इसकी जांच की गई और सभी शवों को उचित तरीके से गंगा नदी के तट पर पुलिस एवं प्रशासन की उपस्थिति में अंतिम संस्कार कर दिया गया। जिलाधिकारी के मुताबिक शवों के आने के स्रोत के संबंध में जांच की जा रही है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार बिहार की सीमा पर स्थित नरही थाना क्षेत्र के गंगा नदी के तट पर सोमवार शाम से शव मिलने शुरू हुए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उजियार घाट, कुल्हडिय़ा घाट और भरौली घाट पर कुल 45 शव मिले हैं, हालांकि अधिकारी संख्या की पुष्टि नहीं कर रहे हैं।
26 मरीजों की मौत की जांच की मांग
गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने मंगलवार को कहा कि सरकारी गोवा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) में तड़के कोरोनावायरस के 26 मरीजों की मौत हो गई और उन्होंने मौत का उचित कारण पता लगाने के लिए उच्च न्यायालय द्वारा मामले की जांच की मांग की है। उन्होंने बताया कि इन मरीजों की मौत देर रात 2 बजे से सुबह 6 बजे के बीच हुई ‘जो की तथ्य’ है, लेकिन मौत के कारण स्पष्ट नहीं है। जीएमसीएच का दौरा करने वाले गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा था कि ‘मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता और जीएमसीएच में कोविड- 19 वार्ड तक इसकी आपूर्ति के बीच अंतर से रोगियों को कुछ समस्याएं हुई हैं।’ भाषा